डेंगू से ठीक हुए बच्चों में रेस्पिरेटरी इंफेक्शन की समस्या।
डेंगू के बाद 10 दिन तक बच्चे को ना भेजें स्कूल।
ठीक होने के बाद हाइड्रेशन बहुत जरूरी है।
बच्चाें को इन्फ्लूएंजा वैक्सीन लगवाएं।
राज एक्सप्रेस। भारत में डेंगू से जुड़े मामलों की संख्या में हर रोज बढ़ रही है। विशेषज्ञ लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। बात अगर बच्चों की करें, तो डेंगू इनके लिए ज्यादा खतरनाक साबित हो रहा है। डॉक्टर्स के मुताबिक, भारत में बच्चों में डेंगू ठीक होने के तुरंत बाद रेस्पिरेटरी वायरल इंफेक्शन के मामले सामने आ रहे हैं। इसलिए खतरा टला नहीं है। बल्कि डेंगू से ठीक होने के बाद भी माता-पिता को बच्चे का खास ख्याल रखना है । माता-पिता बच्चों के डेंगू से रिकवर होने का इंतजार करें। कहने का मतलब है कि जब तब बच्चा पूरी तरह से ठीक न हो जाए, उसे स्कूल भेजने की जल्दबाजी न करें। दरअसल, डेंगू होने के बाद बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिससे उन्हें खांसी, सर्दी और नाक बंद होने जैसे श्वसन संक्रमण का खतरा रहता है और वे बहुत जल्दी श्वसन संक्रमण की चपेट में आ जाते हैं।
हालांकि डेंगू और रेस्पिरेटरी वायरल इंफेक्शन के बीच कोई कनेक्शन नहीं है , लेकिन श्वसन वायरल संक्रमण खांसी, बुखार, गले में खराश और जमाव जैसे लक्षण पैदा कर सकता है। ऐसे में दोनों एक साथ होने पर बच्चा बहुत जल्दी डेंगू से रिकवर नहीं हो पाएगा और पहले से ज्यादा कमजोर और अस्वस्थ महसूस करेगा।
डॉक्टर कहते हैं कि डेंगू में शरीर से लड़ने वाले सेल्स खासतौर से न्यूट्रोफिल्स प्रभावित होती हैं और इन्हें ठीक होने में बहुत समय लगता है। एहतियात के तौर पर हर माता-पिता को ध्यान रखना चाहिए कि बच्चा डेंगू के बाद एक सप्ताह से लेकर 10 दिन तक घर पर ही रहे। रेस्पिरेटरी इंफेक्शन के जोखिम को कम करने के लिए ऐसा करना जरूरी है।
डेंगू से ठीक होने के बाद भी आपका बच्चा पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है। बच्चे को एक सप्ताह से लेकर से 10 दिनों तक कहीं भीड़ भाड़ वाली जगह पर ले जाने से बचना चाहिए।
डेंगू से रिकवरी के लिए बच्चों को कम से कम 7 दिन तक हाइड्रेट रखने की कोशिश करें। ओआरएस, नारियल पानी शरीर में पानी की कमी को पूरी करता है। इसके अलावा ध्यान रखें कि इस वक्त उन्हें चीनी से भरपूर फ्रूट जूस न दें।
इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के पुणे चैप्टर के ओस्ट प्रेसिडेंट डॉ. संजय नातू ने डेंगू से ठीक होने के बाद बच्चों को सुरक्षित रखने के टिप्स बताए हैं।
बच्चों को पर्याप्त मात्रा में लिक्विड चीजें दें और ध्यान रखें कि उनका आहार एकदम पौष्टिक हो।
इस दौरान बच्चे को प्ले स्कूल या क्रेच में ना भेजें।
वायरल संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए इन्फ्लूएंजा का टीका लगवा सकते हैं।
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