मानसून में होता है आंखों में संक्रमण का खतरा।
हाथों को साफ करके ही पहनें कॉन्टेक्ट लैंस।
कॉन्टेक्ट लैंस की तरह स्टोरेज केस को भी साफ करना जरूरी।
बरसात के मौसम में लैंस को नल के पानी से बचाएं।
राज एक्सप्रेस। मानसून को संक्रमण का मौसम भी कहा जाता है। इस मौसम में व्यक्ति ना केवल मलेरिया, डेंगू, फ्लू से संक्रमित होता है, बल्कि इस मौसम में आंखों का संक्रमण भी बहुत जल्दी फैलता है। आई फ्लू के बढ़ते मामले इस बात का साक्षात प्रमाण हैं । एक्सपटर्स कहते हैं कि यह मौसम कॉन्टेक्ट लैंस पहनने वालों के लिए चुनौती भरा है। ह्यूमिडिटी, बारिश और हवा के झोंके, उन लोगों के लिए दिक्कत पैदा कर सकते हैं, जो नियमित रूप से कॉन्टेक्ट लैंस पहनते हैं। क्योंकि ये लोग कॉन्टेक्ट लैंस की स्वच्छता पर ध्यान नहीं देते। जिससे आंखें संक्रमित हो जाती हैं। यहां बताया है कि इस मौसम में कॉन्टेक्ट लैंस पहनते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
सभी जानते हैं कि इन दिनों संक्रमण का खतरा बहुत ज्यादा रहता है। इसलिए कॉन्टेक्ट लैंस को लेकर हाइजीन बरतना जरूरी है। इन्हें पहनने से पहले अपने हाथों को साबुन और पानी से अच्छी तरह से धो लें। इससे आप गंदगी या बैक्टीरिया को लैंस पर आने से रोक सकते हें। इससे आप संक्रमण से भी बचे रहेंगे।
American Optometric Association के अनुसार, लैंस की तरह ही इसके स्टोरेज केस को भी बैक्टीरिया फ्री रखना चाहिए। यह भी आपकी आंखों को संक्रमित होने से रोकेगा। इसलिए लैंस लगाने से पहले सप्ताह में कम से कम एक बार स्टोरेज कैस को गर्म साबुन वाले पानी से साफ करें और अच्छी तरह से सुखा कर ही इसमें लैंस रखें।
बरसात के मौसम में अगर आपने कॉन्टेक्ट लैंस लगाए हैं, तो आपको परेशानी हो सकती है। इस स्थिति से बचने के लिए सनग्लासेस पहनें। इससे आपकी आंखें हवा और बारिश से बचेंगी, साथ ही कॉन्टेक्ट लैंस भी सूखे रहेंगे।
CDC के अनुसार, मानसून के मौसम में कॉन्टेक्ट लैंस को नल के पानी के संपर्क में ना आने दें। जो लोग स्वीमिंग करते हैं, उन्हें कॉन्टेक्ट लैंस पहनकर स्वीमिंग नहीं करनी चाहिए। इसी तरह चेहरा धोते या नहाते समय कोशिश करें कि नल का पानी कॉन्टेक्ट लैंस पर ना पड़े। दरअसल, नल के पानी में एकैन्थामीबा नामक सूक्ष्मजीव हो सकता है, जो न केवल आंखों में गंभीर संक्रमण का कारण बनता है, बल्कि लैंस पर स्क्रैच भी ला सकता है।
अगर आप चश्मे की जगह हर समय लैंस पहनते हैं, तो आपको एक से दो जोड़ी कॉन्टेक्ट लैंस खरीदकर रखना चाहिए। ताकि आप नियमित रूप से इन्हें बदल सकें। यह तरीका न केवल आंखों को संक्रमित होने से रोकेगा बल्कि बरसात के मौसम में आंखों को स्वस्थ भी रखेगा।
इस मौसम में आई ड्रॉप का उपयोग करना बेहद जरूरी है। खासतौर से अगर आप कॉन्टेक्ट लैंस वियर करते हैं, तो। पहले तो यह आपकी आंखों को नम होने से बचाएगा साथ ही इसके इस्तेमाल से कॉन्टेक्ट लैंस भी सूखने से बच जाएंगे।
बरसात के मौसम में किसी के साथ कॉन्टेक्ट लैंस शेयर न करने की सलाह दी जाती है। इससे पिंक आई और आई इंफेक्शन के खतरे की संभावना बढ़ जाती है।
सर्दी या फ्लू के मौसम में आपको कॉन्टेक्ट लैंस नहीं पहनना चाहिए। जब आप बीमार होते हैं, तो कॉन्टेक्ट लैंस पहनने से आंखों में जलन होती है साथ ही पिंक आई के लक्षण भी दिखाई देने लगते हैं।
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