Blindness Awareness Week Syed Dabeer Hussain - Re
हेल्थ एंड फिटनेस

Blindness Awareness Week : जानिए वह तीन बड़े कारण, जो छीन सकते हैं आपकी आंखों की रोशनी

भारत सरकार लोगों को दृष्टि दोष के बारे में जागरूक करने के लिए हर साल 1 से 7 अप्रैल के बीच Blindness Awareness Week यानि अंधापन जागरूकता सप्ताह मनाती है।

Priyank Vyas

Blindness Awareness Week : आंखे हमारे शरीर का सबसे अहम अंग हैं और इसकी देखभाल करना हमारे लिए सबसे जरूरी है। इसका कारण यह है कि पिछले कुछ सालों में आंखों से जुड़ी समस्याएं तेजी से सामने आ रही हैं। अगर भारत की ही बात करें तो हमारे देश में हर साल 20 लाख मामले दृष्टि दोष के सामने आते हैं। उसमें भी बड़ी बात यह है कि इसमें से 73 फीसदी मामलों को सही इलाज के लिए जरिए रोका जा सकता है। इसके लिए सबसे जरूरी यह है कि लोगों में इन बीमारियों के प्रति जागरूकता हो। यही कारण है कि भारत सरकार लोगों को दृष्टि दोष के बारे में जागरूक करने के लिए हर साल 1 से 7 अप्रैल के बीच Blindness Awareness Week यानि अंधापन जागरूकता सप्ताह मनाती है। इस दौरान लोगों को आंखों से संबंधित बीमारियों के बारे में जागरूक किया जाता है। इसके अलावा आंखों की देखभाल तथा जांच को लेकर शिविर भी आयोजित किए जाते हैं। तो चलिए आज हम उन तीन सबसे बड़े कारणों के बारे में जानेंगे, जो हमारी आंखों के लिए खतरनाक हैं।

मोतियाबिंद :

हमारे देश में अंधेपन का सबसे बड़ा कारण मोतियाबिंद है। अंधेपन के 60 फीसदी से ज्यादा मामले मोतियाबिंद की वजह से सामने आते हैं। यह हमारी आंखों के लेंस को प्रभावित करता है, जिससे हमें धुंधला दिखाई देने लगता है। आमतौर पर मोतियाबिंद अधिक उम्र के व्यक्ति को होता है। उम्र के अलावा डायबिटीज, आनुवंशिक कारण, शराब, मोटापा या आंख में चोंट लगने जैसे कारणों से भी होता है। मोतियाबंद की समस्या को सर्जरी के जरिए ठीक किया जा सकता है।

ग्लूकोमा :

ग्लूकोमा आंखों से जुड़ी एक बीमारी है, जिसे आम बोलचाल की भाषा में काला मोतिया भी कहा जाता है। यह हमारी आँखों के ऑप्टिक तंत्रिका को नुकसान पहुंचाती है, जो अंधेपन का कारण बन सकता है। यह बीमारी आंख के अंदर ज्यादा तरल पदार्थ जमा होने, आनुवंशिक कारण, दवाईयों के बुरे असर, उच्च रक्तचाप व डायबिटीज जैसे कारणों के चलते होती है। ग्लूकोमा होने पर आंखे लाल होना, सर दर्द होना, आंखों में तेज दर्द, जी मचलाना और उल्टी जैसे लक्ष्ण सामने आते हैं। ग्लूकोमा होने की स्थिति में हमें तुरंत नेत्र विशेषज्ञ के पास जाना चाहिए।

वेट-एएमडी :

वर्तमान समय में ज्यादातर लोग टीवी या फ़ोन की स्क्रीन से चिपके रहते हैं। कुछ लोगों को काम के चलते हर दिन घंटो लैपटॉप या कंप्यूटर के सामने बैठना होता है। ऐसे में किसी चीज को देखने के दौरान आपको बीच में डार्क स्पॉट दिखाई दे तो यह वेट-एएमडी का लक्षण हो सकता है। यह दुनियाभर में कई लोगों के अंधेपन का कारण बनता है। ऐसे में इसके लक्षण दिखाई देने पर हमें तुरंत ही नेत्र विशेषज्ञ की सलाह लेना चाहिए।

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