हाइलाइट्स
Fact Finding समिति के सदस्य हुए गिरफ्तार।
डिप्टी कमिश्नर ने कहा- निवारक धाराओं के तहत हुई गिरफ्तारी।
समिति सदय ने बताया, पुलिस नहीं मिलने दे रही सन्देशखाली में पीड़ितों से।
Sandeshkhali Voilence : पश्चिम बंगाल। संदेशखाली जा रहे तथ्य-खोज समिति (Fact-Finding Committee) के सदस्यों को दक्षिण 24 परगना के भोजेरहाट में गिरफ्तार कर लिया गया है। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि, ये लोग गैर कानूनी तरीके से पुलिस द्वारा लगाए गए बेरिकेड्स को तोड़कर अंदर घुसने का प्रयास कर रहे थे। वहीं Fact-Finding समिति के सदस्यों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, पुलिस जान बूझकर हमें वहां (संदेशखाली) जाने से रोक रही है। पुलिस हमें पीड़ितों से बात करने और सच जानने से रोकना चाहती है।
दरअसल, संदेशहाली का दौरा कर रहे तथ्य-खोज समिति के सदस्यों को रविवार को पुलिस ने दक्षिण 24 परगना के भोजेरहाट में रोक दिया। जिसके बाद समिति के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी की सदस्य चारू वली खन्ना ने कहा, हम संदेशखाली जा रहे थे, लेकिन उन्होंने हमें रोक दिया। पुलिस ने जानबूझकर हमें रोका है और आम लोगों के लिए समस्याएं पैदा कर रही हैं। पुलिस हमें सन्देशखाली में पीड़ितों से मिलने नहीं दे रही है।
कोलकाता पुलिस के भांगर डिवीजन के डिप्टी कमिश्नर सैकत घोष ने कहा, हम उनसे अनुरोध कर रहे थे कि वे यहां से न गुजरें लेकिन वे गैरकानूनी तरीके से पुलिस बैरिकेड को तोड़ने की कोशिश कर रहे थे। इसलिए, हमें उन्हें निवारक धाराओं के तहत गिरफ्तार करना पड़ा। अगर जानकारी हो तो 'शांति भंग' करने पर, पुलिस उन्हें निवारक धाराओं के तहत गिरफ्तार कर सकती है।
फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी के सदस्य ओपी व्यास ने कहा, हम यहां आज्ञाकारी रूप से विरोध करने के लिए बैठे हैं क्योंकि उन्होंने (पुलिस ने) हमें अवैध रूप से रोका है जो हमारे अधिकारों के खिलाफ है। हम इसकी शिकायत सीएम, राज्यपाल, केंद्रीय गृह मंत्री और यहां तक कि प्रधानमंत्री को भी करेंगे। उन्होंने हमें रोका क्योंकि वे कुछ छिपा रहे थे। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि यह राज्य सरकार दुनिया के सामने किस तरह की तस्वीर पेश करना चाहती है। संवैधानिक मशीनरी ध्वस्त हो गई है राज्य में। दुर्भाग्य से, पुलिस अवैध आदेशों को क्रियान्वित कर रही है और कानून को हाथ में ले रही है। हम संदेशखाली के पीड़ितों से मिलना चाहते हैं।
फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी के एक सदस्य नरसिम्हा रेड्डी ने कहा, हम यहां बैठे थे लेकिन ऐसा लगता है कि उन्हें इससे भी दिक्कत है। अब हम राज्यपाल से मिलने का समय मांगेंगे और उन्हें स्थिति समझाएंगे बाद में हम इस बारे में दिल्ली में गृह मंत्रालय को बताएंगे ।
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