हाइलाइट्स-
उत्तरकाशी सुरंग दुर्घटना के बाद बचाव अभियान अभी जारी।
सुरंग का एक हिस्सा टूटने से फंसे हैं 40 मजदूर।
सुरंग का एक हिस्सा टूटने से रोका गया ड्रिलिंग का काम।
Uttarakhand Tunnel Accident: उत्तरकाशी सुरंग दुर्घटना के बाद बचाव अभियान अभी भी जारी है। सुरंग का एक हिस्सा टूटने और मलबा गिरने से 40 मजदूर अंदर फंसे हुए हैं। जिन्हें पाइप के जरिए खाना-पानी पहुंचाया गया है।
बता दें कि, उत्तरकाशी सुरंग दुर्घटना में फसे श्रमिकों को बाहर निकालने की कोशिशें लगातार जारी है। सुरंग में फंसे सभी श्रमिक सुरक्षित बताए जा रहे हैं, जिन्हें पाइप के माध्यम से लगातार ऑक्सीजन, पानी, सूखे मेवे सहित अन्य खाद्य सामग्री, बिजली, दवाइयां आदि पहुंचाई जा रही हैं। वहीं, अब मलबों के बीच से पाइप डालने के लिए बरमा ड्रिलिंग मशीनें लगाई गई हैं। सुरंग में 45 से 60 मीटर तक मलबा जमा है, जिसमें ड्रिलिंग की जानी है। योजना यह है कि, ड्रिलिंग के जरिए मलबे में रास्ता बनाते हुए उसमें 800 मिमी और 900 मिमी व्यास के कई बड़े पाइप को एक के बाद एक इस तरह डाला जाएगा कि, मलबे के एक ओर से दूसरी ओर तक एक वैकल्पिक सुरंग बन जाए और श्रमिक उसके माध्यम से बाहर आ जाएं।
रोका गया ड्रिलिंग का काम:
जानकारी के लिए बता दें कि, 25 मीटर की गहराई तक ड्रिलिंग की गई, जिस पर मशीन अंदर मौजूद एक धातु के हिस्से से टकलरा गई। गैस कटर से इसे काटने का प्रयास किया जा रहा है, इसलिए ड्रिलिंग का काम फिलहाल रुका हुआ है।
नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड (एनईसीएल) के पीआरओ जीएल नाथ ने कहा कि, "मशीनें अच्छी तरह से काम कर रही हैं। फंसे हुए श्रमिकों को भोजन दिया गया, वे बात कर रहे हैं। वे अच्छे स्वास्थ्य में हैं, आज पांच और पाइप डाले जा रहे हैं।"
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