लखनऊ, उत्तर प्रदेश। प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित करने में जुटी योगी सरकार (Yogi Government) के प्रयास रंग लाते नजर आ रहे हैं। अब प्रदेश के युवा फॉरेंसिक साइंसेज (Forensic Sciences) जैसे कोर्सेज में भी रोजगार हासिल कर सकेंगे। इसके लिए प्रदेश सरकार ने सरोजनी नगर के उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज (यूपीएसआईएफएस) में शैक्षणिक सत्र 2023-24 में एडमिशन के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस संस्थान से पढ़ाई करने वाले छात्र न सिर्फ फॉरेंसिक साइंस (Forensic Science) जैसे विषयों में एक्सपर्ट बनेंगे, बल्कि उनकी मदद से प्रदेश सरकार आपराधिक मामलों की वैज्ञानिक पद्धति से जांच को समय से पूरा करने में भी सक्षम हो सकेगी। ऐसे में अपराधी साक्ष्यों के अभाव में बरी नहीं हो सकेंगे। साथ ही अपराधियों को सजा दिलाने में भी देर नहीं होगी। अच्छी बात ये भी है कि आर्थिक रूप से कमजोर युवा भी इस कोर्स में हिस्सा ले सकेंगे, क्योंकि सरकार ने इस कोर्स के लिए बेहद कम शुल्क रखा है। अभ्यर्थी 22 मई तक इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। प्रदेश के पहले फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट में जुलाई के मध्य से शैक्षिक सत्र की शुरुआत हो जाएगी।
फिलहाल इंस्टीट्यूट (Institute) में फॉरेंसिक (Forensic) से संबंधित पांच कोर्स शुरू किए जा रहे हैं, जिसमें कुल 160 छात्रों का एडमिशन लिया जा रहा है। इन सभी कोर्सेज की फीस बहुत किफायती 12 हजार प्रति सेमेस्टर रखी गई है। वहीं आवेदन की फीस सामान्य,ओबीसी के लिए 500 और एससी/एसटी और ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के लिए 250 रुपए रखी गयी है। यूपीएसआईएफसी के डायरेक्टर एडीजी डॉ. जीके गोस्वामी ने बताया कि यहां फॉरेंसिक से संबंधित फिलहाल पांच कोर्स बीएससी/एमएससी फॉरेंसिक साइंस, पीजी डिप्लोमा इन फॉरेंसिक डॉक्यूमेंट एग्जामिनेशन, पीजी डिप्लोमा इन साइबर सिक्योरिटी, पीजी डिप्लोमा इन डीएनए फॉरेंसिक और पीजी डिप्लोमा इन फॉरेंसिक बैलिस्टिक एवं एक्स्प्लोसिव्स संचालित किए जा रहे हैं। इसमें बीएससी/एमएससी फॉरेंसिक साइंस पांच साल जबकि चारों डिप्लोमा कोर्सेज एक-एक साल के हैं। वहीं बीएससी/एमएससी फॉरेंसिक साइंस कोर्स में 40 छात्र, जबकि शेष चार डिप्लोमा कोर्सेज में फिलहाल 30-30 छात्र एडमिशन ले सकेंगे। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में डिमांड के अनुरूप नये कोर्स शुरू करने के साथ सभी कोर्सेज की सीटों में इजाफा किया जाएगा। डॉ. जीके गोस्वामी ने बताया कि सभी कोर्स की फीस प्रति सेमेस्टर 12 हजार रखी गयी है। प्रदेश के युवा upsifs.org पर लॉगइन करके अधिक जानकारी ले सकते हैं।
बीएससी/एमएससी फॉरेंसिक साइंस में दाखिला लेने के लिए अभ्यर्थी को 12वीं पास होना जरूरी है। वहीं उसने 12वीं की पढ़ाई फिजिक्स, केमेस्ट्री, बायोलॉजी, मैथमैटिक्स से की हो। कोर्स में एडमिशन के लिए सामान्य, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के अभ्यर्थियों के 60 प्रतिशत अंक जबकि एससी/एसटी और पीडब्ल्यूडी कैटेगरी के अभ्यर्थी के 55 प्रतिशत अंक होना जरूरी है।
पीजी डिप्लोमा इन डीएनए फॉरेंसिक में दाखिले के लिए अभ्यर्थी ने साइंस, फॉरेंसिक साइंस, मेडिसिन, फॉर्मेसी से बैचलर डिग्री प्राप्त की हो। वहीं कोर्स में एडमिशन के लिए सामान्य, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के अभ्यर्थियों के 50 प्रतिशत अंक जबकि एससी/एसटी और पीडब्ल्यूडी कैटेगरी के अभ्यर्थी के 45 प्रतिशत अंक होना जरूरी है।
पीजी डिप्लोमा इन साइबर सिक्योरिटी में दाखिले के लिए सामान्य, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के अभ्यर्थी ने 50 प्रतिशत अंकों के साथ ग्रेजुएशन पास किया हो जबकि एससी/एसटी और पीडब्ल्यूडी के लिए 45 प्रतिशत अंक जरूरी हैं।
डिप्लोमा इन फॉरेंसिक डॉक्यूमेंट एग्जामिनेशन में दाखिले के लिए साइंस, मेडिसिन, फॉरेंसिक साइंस, फॉर्मेसी से बैचलर डिग्री या इंजीनियरिंग में सामान्य, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के अभ्यर्थियों ने 50 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हों। वहीं एससी/एसटी और पीडब्ल्यूडी कैटेगरी के अभ्यर्थी के 45 प्रतिशत अंक होना जरूरी है। इसके अलावा अभ्यर्थी ने किसी भी सरकारी संस्थान में पांच साल फिंगर प्रिंट साइंस के क्षेत्र में काम किया हो।
पीजी डिप्लोमा इन फॉरेंसिक बैलिस्टिक एवं एक्स्प्लोसिव्स में दाखिले के लिए अभ्यर्थी ने साइंस, फॉरेंसिक साइंस, मेडिसिन, फॉर्मेसी से बैचलर डिग्री प्राप्त की हो। वहीं कोर्स में एडमिशन के लिए सामान्य, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के अभ्यर्थियों के 50 प्रतिशत अंक जबकि एससी/एसटी और पीडब्ल्यूडी कैटगिरी के अभ्यर्थी के 45 प्रतिशत अंक होना जरूरी है।
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