गोरखपुर, उत्तर प्रदेश। पिछली फरवरी को हुई ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में निवेश प्रस्ताव हासिल करने के मामले में गोरखपुर पूरे प्रदेश में चौथे स्थान पर रहा। आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि इन प्रस्तावों को धरातल पर उतारने में भी टॉप फाइव में रैंकिंग बनी रहे, इसके लिए तैयारियों को धार दिया जा रहा है। गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण गीडा निवेश के एमओयू को जमीनी हकीकत में बदलने के लिए तैयारियों की कमान संभाली है।
उन्होंने बताया कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में गोरखपुर के लिए 1.71 लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश के लिए एमओयू हुए। इसके धरातल पर उतरने से करीब 1.98 लाख लोगों के लिए रोजगार के द्वार खुलेंगे। निवेश प्रस्ताव हासिल करने में गोरखपुर गाजियाबाद, कानपुर और मुरादाबाद से भी आगे रहा है। मजबूत लैंड बैंक और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट की खूबियों के साथ गीडा प्रस्ताव देने वाले निवेशकों से संपर्क साधने में जुट गया है।
सूत्रों ने बताया कि गीडा प्रबंधन का उत्साह इसलिए भी अधिक है कि गोरखपुर को पहली बार कुछ नए सेक्टर में निवेश प्रस्ताव मिले। यहां हरित और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश होने जा रहा है। ग्रीन अमोनिया प्लांट स्थापित करने के लिए मेसर्स अवाडा वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से 22500 करोड़ रुपये का एमओयू किया गया है जबकि सोलर एनर्जी पार्क की स्थापना के लिए आरजी स्ट्रेटजी ग्रुप ने 1772 करोड़ रुपये के निवेश का करार किया। ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट के लिए रुद्रा गैस इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से 200 करोड़ रुपये के निवेश हेतु एमओयू किया गया।
निवेश प्रस्तावों को उद्योग के रूप में मूर्त रूप देने के लिए गीडा ने निवेशकों की जरूरत के मुताबिक भूखंड का च्रिनीकरण काफी पहले से ही शुरू कर दिया है। गीडा के पास हर उद्यमी की आवश्यकता के अनुसार पर्याप्त लैंड बैंक ;करीब 600 एकड़ है। आने वाले दिनों में इसमें और वृद्धि होनी तय है क्योंकि औद्योगिक गलियारे में जमीन का अधिग्रहण तेजी से करने के लिए गीडा में राजस्व कर्मियों की नियुक्ति भी हो चुकी है। गत एक माह में ही गीडा औद्योगिक, व्यावसायिक, ट्रांसपोर्ट, संस्थागत आदि क्षेत्र में 119 भूखंडों का आवंटन कर चुका है।
उन्होंने बताया कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक गलियारे के समीप नरकटहा भगवानपुर में बन रहे प्लास्टिकइस पार्क का शिलान्यास गीडा के स्थापना दिवस 30 नवम्बर 2020 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर चुके हैं। 88 एकड़ क्षेत्र में 69.58 करोड़ की लागत वाले प्लास्टिक पार्क के लिए वित्तीय सहायता के रूप में भारत सरकार के केमिकल एंड पेट्रोकेमिकल विभाग से 34.79 करोड़ प्राप्त होंगे। वर्तमान समय मे प्लास्टिक पार्क के लिए अवस्थापना विकास के कार्य तेजी से कराए जा रहे हैं। चहारदीवारी, सीसी रोड, नालियां, कलवर्ट, विद्युत उपकेंद्र व विद्युतीकरण के कार्य जारी हैं। ये सभी कार्य चार महीने में पूरे कर लिए जाएंगे। ढांचागत सुविधाओं के विकास पर अब तक पांच करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। प्लास्टिक पार्क में कुल 92 भूखंड विकसित किए जा रहे हैं। इसी माह भूमि आवंटन की प्रक्रिया शुरू करने के लिए आवेदन आमंत्रित करने की तैयारी है। प्लास्टिक पार्क के अस्तित्व में आने से करीब 5000 लोगों को रोजगार मिलने का अनुमान है।
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