उत्तरप्रदेश, भारत। बिहार के शिक्षामंत्री चंद्रशेखर ने हाल ही में रामचरित मानस को लेकर विवादित टिप्पणी की थी, इसके बाद जमकर हंगामा हुआ था। इसके बाद ऐसे विवादित बयानो की झड़ी लग गई, ऐसे में आज केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का पलटवार करते हुए बयान सामने आया है। केंद्रीय मंत्री ने निशाना साधते हुए बयान में कहा ग्रंथो पर टिप्पणी करना या विवादित बयान देना आजकल फैशन बन गया है।
बता दें चंद्रशेखर नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में गए थे, जब उन्होंने यह विवादित भाषण दिया, जिसके बाद से लगातार उन पर पलटवार हो रहे हैं। इस समारोह में मौके पर बिहार के राज्यपाल फागू चौहान भी मौजूद थे।
बिहार के शिक्षा मंत्री का विवादित बयान:
बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने हाल ही में कहा था कि, "तुलसीदास की रामचरितमानस ने "सामाजिक भेदभाव और समाज में नफरत फैलाने" को बढ़ावा दिया है" उन्होंने कहा था कि, "रामचरितमानस का विरोध इसलिए किया गया क्योंकि इसमें कहा गया था कि शिक्षित होने पर समाज का निचला वर्ग जहरीला हो जाता है। रामचरितमानस, मनुस्मृति और एमएस गोलवलकर की बंच ऑफ थॉट्स जैसी किताबों ने सामाजिक विभाजन पैदा किया"
केंद्रीय मंत्री का पलटवार :
भगवान राम पर टिप्पणी और बिहार के मंत्री चंद्रशेखर के रामचरितमानस पर दिए गए बयान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पलटवार किया है। गिरिराज सिंह ने रविवार (22 जनवरी) को पटना में कहा कि, "जैसे भगवत् गीता हिंदुओं का पवित्र ग्रंथ है वैसे ही कुरान (Quran) मुस्लिमों का पवित्र ग्रंथ है। कुरान को लेकर कोई कुछ नहीं बोलता क्योंकि सर तन से जुदा कर दिया जाता है। हिंदुओं के पवित्र ग्रंथ के खिलाफ बोलना आज के समय में फैशन बन गया है."
नीतीश कुमार एक असहाय मुख्यमंत्री हैं : गिरिराज सिंह
गिरिराज सिंह ने जेडीयू नेता पर इस तरह के बयान देकर देश के सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि, "टुकड़े टुकड़े गैंग के नेता रामायण को गाली देकर हिंदुओं का अपमान करते हैं, लेकिन कुरान पर कोई टिप्पणी करने की हिम्मत नहीं है। नीतीश कुमार एक असहाय मुख्यमंत्री हैं, जो धृतराष्ट्र की तरह यह सब देख रहे हैं और स्थिति को बिगड़ने दे रहे हैं."
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