शिक्षण के स्तर में होगा व्यापक सुधार : डीजी विजय किरन आनंद Raj Express
उत्तर प्रदेश

शिक्षण के स्तर में होगा व्यापक सुधार : डीजी विजय किरन आनंद

लखनऊ, उत्तर प्रदेश : शिक्षकों के लिये टेबलेट की खरीदी का टेंडर। इसी सत्र में बंट जाएंगे टेबलेट, काम हो जाएगा शीघ्र शुरू। स्मार्ट क्लास से पढाई की हो रही है तैयारियां।

राज एक्सप्रेस

लखनऊ, उत्तर प्रदेश। प्रदेश के बेसिक शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा महानिदेशक (डीजी) विजय किरन आनंद ने शिक्षा में व्यापक स्तर पर सुधार और पारदर्शिता लाने के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी है। अब बेसिक शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा के करोड़ों छात्र - छात्राओं को ही नहीं बल्कि लाखों शिक्षक / शिक्षिकाओं को भी टेबलेट से ऑनलाइन हाजिरी लगानी होगी। वह कब स्कूल पहुंचे, प्रार्थना हुई, क्या शिक्षण हो रहा है, इतना ही नहीं क्या खाना बन रहा है और कब स्कूल बंद हो रहा है, स्मार्ट क्लासेज से पढाई हो रही है या नही, इतना ही नही गुरू जी पढ़ाने स्वयं विधालय आ रहे या ढाई हजार के मास्टर से पढ़वा रहे है, सहित अन्य पूरी डिटेल टेबलेट से मिनट टू मिनट डीजी कार्यालय में बने कार्यालय में देनी होगी। इससे विधालयों से गायब रहने वाले शिक्षक / शिक्षिकाओं को अब विधालय से भागने का मौका नही मिलेगा, बल्कि उनको विधालयों में पूरे समय रहकर बच्चों को पढ़ाना होगा। इतना ही नही बच्चों को बेहतर पढाई के लिए विधालयों में स्मार्ट क्लासेज चलेंगी इसकी भी तैयारियां व्यापक स्तर पर शुरू हो गयी है जो शीघ्र पूरी होने जा रही है।

प्रदेश के बेसिक शिक्षा एवं माध्यमिक शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद ने बताया कि बेसिक और माध्यमिक शिक्षा में टेबलेट से ऑनलाइन हाजिरी और पढ़ाई के लिए टेंडर हो गया है । पूरी संभावना है कि अगले माह से विद्यालयों में टेबलेट पहुंचने लगेगा और उसमें इस तरह से सॉफ्टवेयर फिट किया जा रहा है, जिसका पूरा कंट्रोल महानिदेशक कार्यालय लखनऊ से होगा जिससे कि सभी विधालयों, बच्चों और शिक्षकों पर नजर रखी जा सके।

 उन्होंने यह भी बताया कि इस टेबलेट से शिक्षकों को बच्चों की हाजिरी, अपनी हाजिरी, वक्त पर विद्यालय पहुंचने, विद्यालय में क्या हो रहा है अर्थात क्या गतिविधियां चल रही हैं। विधालय में शैक्षिक वातावरण कैसा बना हुआ है , क्या पढ़ाया जा रहा है ,क्या खाना बन रहा है इतना ही नहीं विद्यालय कब बंद हुआ, बच्चे और शिक्षक कब गए तक की पूरी डिटेल भरनी पड़ेगी। उन्होंने कहा इससे जहां एक तरफ जो शिक्षक विद्यालय से गायब रहते थे, उनकी उपस्थिति अनिवार्य हो जाएगी वहीं दूसरी तरफ बच्चों या शिक्षकों की गलत संख्या को भी नहीं भरा जा सकेगा या दिखा जा सकेगा। ऐसा करने पर टेबलेट से तुरंत उसका सत्यापन होगा।

बेसिक शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा के महानिदेशक विजय किरन आनंद ने कहा कि बेसिक शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा को और बेहतर बनाया जा रहा है। बेसिक शिक्षा के बाद माध्यमिक शिक्षकों का भी प्रशिक्षण शीध्र शुरू होने जा रहा है। इससे शिक्षकों को मार्डन शिक्षण पद्धति की जानकारी होगी और उसका लाभ बच्चों को मिलेगा। उल्लेखनीय है कि शासन और बेसिक शिक्षा - माध्यमिक शिक्षा के महानिदेशक विजय किरन आनंद की सख्ती के बाद भी बडी संख्या में शिक्षक / शिक्षिकाएं जौनपुर, गाजीपुर, बलिया, आजमगढ़, देवरिया, सिद्धार्थ नगर, बागपत, बांदा, महोबा सहित अन्य जिलों में शिक्षण के लिये नही जा रहे है बल्कि तीन से चार हजार रूपये में प्राइवेट लोगों को रखकर पढाई करवा रहे है। इनमें पीसीएस, पीपीएस, आईएएस, आईपीएस, विधायक, सांसद और पूर्व मंत्री के 1500 से अधिक परिजन है जो कई वर्षो से विधालय पढाने के लिए नही जा रहे है जबकि यह लोग प्रति माह वेतन ले रहे है। शासन में सबसे ज्यादा शिकायत जौनपुर जिले की है जहां के बीएसए और खण्ड शिक्षाधिकारी सुजागगंज की मिलीभगत से परिषदीय विधालयों के 200 शिक्षक कई वर्ष से पढ़ाने के लिए विधालय नही जा रहे है, बल्कि उनके स्थान पर प्राइवेट लोग पढा रहे है।

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