हाइलाइट्स :
योगीराज अरुण ने पिता से प्रेरणा लेकर सीखी मूर्तिकला।
पिछले 6 महीने से योगीराज अरुण आयोध्या में हैं।
22 जनवरी को होगा राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह।
Ram Mandir Pran Pratistha : उत्तराखंड में स्थापित आदि गुरु शंकराचार्य की मूर्ति बनाने वाले मूर्तिकार योगीराज अरुण के द्वारा बनाई गई भगवान राम की मूर्ति अब आयोध्या में स्थापित की जाएगी। इसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री येदुरप्पा ने ख़ुशी व्यक्त की है। वहीं केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने बताया कि, 'अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के लिए मूर्ति के चयन को अंतिम रूप दे दिया गया है। हमारे देश के प्रसिद्ध मूर्तिकार योगीराज अरुण द्वारा बनाई गई भगवान राम की मूर्ति अयोध्या में स्थापित की जाएगी।'
बता दें कि, कर्नाटक के मूर्तिकार योगीराज अरुण पिछले 6 महीने से आयोध्या में हैं। उनके द्वारा बनाई गई मूर्ती को राम मंदिर में स्थापित किये जाने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री येदुरप्पा ने भी प्रसन्नता व्यक्त की थी। जब यह सूचना योगीराज अरुण के घर पहुंची तो सभी बेहद खुश थे।
अयोध्या के राम मंदिर में स्थापना के लिए मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा नक्काशी की गई मूर्तियों के चयन पर, उनकी मां सरस्वती ने कहा, "मैं अपने बेटे की प्रगति और उसकी सफलता को देखकर खुश हूं। उसके पिता उसकी सफलता देखने के लिए मौजूद नहीं हैं, मेरे बेटे को अयोध्या गए 6 महीने हो गए हैं।
कौन हैं योगीराज अरुण :
मैसूर के रहने वाले योगीराज अरुण वही मूर्तिकार हैं जिन्होने उत्तराखंड में स्थापित आदि गुरु शकराचार्य की मूर्ती बनाई थी। अब उनके द्वारा बनाई गई भगवन राम, सीता और हनुमान की मूर्ती राम मंदिर में स्थापित होने जा रही है। योगीराज अरुण ने अपने पिता से मूतिनिर्माण की कला सीखी थी। वे 11 साल की उम्र से इस कला को सीख रहे हैं। अब तक वे कई मूर्ती बना चुके हैं।
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