उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश के विंध्याचल क्षेत्र के लाखों लोगों के लिए आज ( 22 नवम्बर, 2020) का दिन बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 'जल जीवन मिशन' के तहत उत्तर प्रदेश को बड़ी सौगात देे रहे हैं। यहां PM मोदी ने यूपी के अन्तर्गत विंध्य क्षेत्र के जनपद मिर्जापुर एवं सोनभद्र की 23 ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाओं का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मौजूदगी में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिलान्यास किया। इसके बाद PM मोदी ने अपना संवाद शुरू किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा- जीवन की बड़ी समस्या जब हल होने लगती है तो अलग ही विश्वास झलकने लगता है। ये विश्वास, उत्साह आपमें मैं देख पा रहा था। पानी के प्रति आपमें संवेदनशीलता कितनी है, ये भी दिख रहा है। सरकार आपकी समस्याओं को समझकर उनका समाधान कर रही है।
विंध्य पर्वत का ये विस्तार पुरातन काल से ही विश्वास, पवित्रता, आस्था का एक बहुत बड़ा केंद्र रहा है। रहीमदास जी ने भी कहा- "जा पर विपदा परत है, सो आवत एहिं देस"प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
इस दौरान PM मोदी ने ये भी कहा कि, ''आजादी के दशकों बाद तक ये क्षेत्र उपेक्षा का शिकार रहा है। ये पूरा क्षेत्र संसाधनों के बाद भी अभाव का क्षेत्र बन गया। इतनी अधिक नदियां होने के बाद भी इस क्षेत्र की पहचान सबसे ज्यादा प्यासे, सूखा प्रभावित क्षेत्र की रही। आने वाले समय में जब यहां के 3 हजार गांवों तक पाइप से पानी पहुंचेगा तो 40 लाख से भी ज्यादा साथियों का जीवन बदल जाएगा। इससे यूपी के, देश के हर घर तक जल पहुंचाने के संकल्प को भी ताकत मिलेगी।''
आज उत्तर प्रदेश में जिस प्रकार से एक के बाद एक योजनाएं लागू हो रही हैं, उससे उत्तर प्रदेश की, यहां की सरकार की और यहां के सरकारी कर्मचारियों की छवि पूरी तरह बदल रही है।
हर घर जल पहुंचाने के अभियान को अब एक साल से भी ज्यादा समय हो गया है। इस दौरान देश में 2 करोड़ 60 लाख से ज्यादा परिवारों को उनके घरों में नल से शुद्ध पीने का पानी पहुंचाने का इंतजाम किया गया है। इसमें लाखों परिवार उत्तर प्रदेश के भी हैं।
जल जीवन मिशन के तहत घर-घर पाइप से पानी पहुंचने की वजह से हमारी माताओं-बहनों का जीवन आसान हो रहा है। इसका एक बड़ा लाभ गरीब परिवारों के स्वास्थ्य को भी हुआ है। इससे गंदे पानी से होने वाली अनेक बीमारियों में भी कमी आ रही है।
सरकार एक साथी की तरह, एक सहायक की तरह आपके साथ है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों के जो पक्के बन रहे हैं, उसमें भी ये ही सोच प्रदर्शित हो रही है। किस क्षेत्र में कैसा घर होगा, पहले की तरह अब ये दिल्ली में तय नहीं होती।
जब अपने गांव के विकास के लिए, खुद फैसले लेने की स्वतंत्रता मिलती है, उन फैसलों पर काम होता है, तो उससे गांव के हर व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है। आत्मनिर्भर गांव, आत्मनिर्भर भारत के अभियान को बल मिलता है।
जब विंध्यांचल के हजारों गांवों में पाइप से पानी पहुंचेगा, तो इससे भी इस क्षेत्र के मासूम बच्चों का स्वास्थ्य सुधरेगा, उनका शारीरिक और मानसिक विकास और बेहतर होगा।
देश के बाकी गांवों की तरह इस क्षेत्र में भी बिजली की बहुत बड़ी समस्या थी। आज ये क्षेत्र सौर ऊर्जा के क्षेत्र में दुनिया में अग्रणी बनता जा रहा है। भारत का अहम केंद्र है। मिर्जापुर का सौर ऊर्जा प्लांट यहां विकास का नया अध्याय लिख रहा है।
योजनाओं की कुल लागत :
बता दें, पीएम मोदी द्वारा शिलान्यास की जाने वाली योजनाओं की कुल लागत 5555.38 करोड़ रुपये है। इन योजनाओं से 41 लाख की आबादी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा सकेगा। 23 ग्रामीण पाइप पेयजल परियोजनाओं जनपद मिर्जापुर की 09 तथा जनपद सोनभद्र की 14 ग्रामीण पाइप पेयजल योजनाएं शामिल हैं।
यहां देखें जनपद सोनभद्र में विंध्य क्षेत्र हेतु पेयजल परियोजना का वर्चुअल माध्यम से शिलान्यास कार्यक्रम का लाइव वीडियो-
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