हाइलाइट्स :
ज्ञानवापी परिसर में सर्वे के लिए पहुंची ASI टीम
इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ मुस्लिम पक्ष सुप्रीम कोर्ट पहुंचा
मुस्लिम पक्ष की याचिका पर आज हो सकती है सुनवाई
उत्तर प्रदेश, भारत। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित ज्ञानवापी मस्जिद मामले पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले से मुस्लिम पक्ष को बड़ा झटका लगा है। ऐसे में मुस्लिम पक्ष ने अब सुप्रीम कोर्ट का रूख अपनाया है। ज्ञानवापी पर एक तरफ ASI टीम सर्वे के लिए ज्ञानवापी परिसर पहुंची है। तो वहीं, ज्ञानवापी सर्वे पर इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ मुस्लिम पक्ष अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद समिति सुप्रीम कोर्ट पहुंची है।
याचिका पर आज हो सकती है सुनवाई :
जानकारी के अनुसार, मुस्लिम पक्ष अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद समिति की याचिका पर आज शुक्रवार (4 अगस्त) को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो सकती है। इस दौरान संविधान पीठ के सामने इस मामले में मुस्लिम पक्ष ने जल्द सुनवाई की मांग की है। ज्ञानवापी मामले में याचिकाकर्ता राखी सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में कैविएट दाखिल कर अपना पक्ष भी सुने जाने का आग्रह करते हुए कहा कि, अगर मुस्लिम पक्ष सर्वे की इजाज़त के हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देता है तो सुप्रीम कोर्ट बिना हमारा पक्ष सुने कोई आदेश पारित ना करे। इसके अलावा वकील निजाम पाशा ने एएसआई के सर्वे को रोकने की मांग चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के सामने रखी और कहा- हमने तत्काल विचार के लिए ईमेल भी भेजा है, जिस पर चीफ जस्टिस ने कहा कि वह इस पर विचार करके जल्द आदेश देंगे।
ASI (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) आज ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वेक्षण करेगा, जिसके चलते ज्ञानवापी परिसर के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। ज्ञानवापी मामले पर हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने कहा, "इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने कल ASI को सर्वेक्षण करने की अनुमति दी। ASI और जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। हम भी वहां जा रहे हैं। यह सर्वेक्षण इतिहास रचने की ओर एक कदम है।"
ASI ही बता सकता है कि सर्वे पूरा करने में कितने दिन लगेंगे। अयोध्या में राम मंदिर का सर्वे पूरा करने में 7-8 महीने लग गए।हिंदू पक्ष की ओर से पेश वकील सुधीर त्रिपाठी
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