हाइलाइट्स
अंसारी को गाजीपुर के काली बाग़ कब्रिस्तान में दफनाया जायेगा।
BSP प्रमुख मायावती ने कहा - अंसारी की मौत उच्च स्तरीय जांच जरूरी।
Mukhtar Ansari Funeral Procession : उत्तर प्रदेश। गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार की शवयात्रा शुक्रवार को 26 गाड़ियों के काफिले में निकली जायेगी। जिसको लेकर मऊ पुलिस हाई अटेरत पर है। जिले में 144 लागू कर दी गई है। वहीं मऊ के संवेदनशील इलाकों में जवानों को तैनात कर दिया। वहीं अंसारी को गाजीपुर के काली बाग़ कब्रिस्तान में दफनाया जायेगा। इसके अलावा BSP प्रमुख मायावती ने मुख़्तार अंसारी के परिवार की आशंकाओं पर कहा -उच्च- स्तरीय जाँच जरूरी, जिससे अंसारी की मौत के सही तथ्य सामने आ सकें।
दरअसल, गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की दिल का दौरा पड़ने से बीते दिन गुरुवार रात को मौत हो गई। जिसके बाद से मऊ पुलिस ने जिले में 144 लागू कर हाई अलर्ट जारी कर दिया है। एसपी मऊ ने कहा, "जैसे ही हमें मुख्तार अंसारी की मौत की सूचना मिली, मऊ पुलिस ने तुरंत संवेदनशील इलाकों में जवानों को तैनात कर दिया। आज, हम हाई अलर्ट पर हैं, क्योंकि शुक्रवार की नमाज भी पढ़ी जाएगी। कुछ अफवाहें फैल रही हैं कि क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया है। मऊ में सीआरपीसी की धारा 144 पहले ही लागू कर दी गई है। मैं सभी से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं और अफवाहों पर विश्वास न करें। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के अनुसार, बांदा के रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में मुख्तार अंसारी का पोस्टमार्टम हुआ, जिसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई। उसका बेटा उमर अंसारी पिता का पार्थिव शरीर लेने पहुंचा है। साथ ही डॉन का 26 गाड़ियों वाला काफिला भी पहुंचा है, जिसमें डॉन के पार्थिव शरीर को उसे घर तक ले जाया जाएगा। बांदा मेडिकल कॉलेज और मुख्तार अंसारी के घर के बाहर भारी पुलिस फोर्स तैनात है। अंतिम संस्कार की रस्में निभाने के बाद मुख्तार अंसारी को गाजीपुर के काली बाग कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा।
मुख्तार अंसारी की उच्च-स्तरीय जाँच
BSP प्रमुख मायावती ने शुक्रवार को सोशल मीडिया X अकाउंट पर पोस्ट साझा कर कहा कि, मुख़्तार अंसारी की जेल में हुई मौत को लेकर उनके परिवार द्वारा जो लगातार आशंकायें व गंभीर आरोप लगाए गए हैं उनकी उच्च-स्तरीय जाँच जरूरी, ताकि उनकी मौत के सही तथ्य सामने आ सकें। ऐसे में उनके परिवार का दुःखी होना स्वाभाविक। कुदरत उन्हें इस दुःख को सहन करने की शक्ति दे।
मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी ने कहा, मैंने इसे मीडिया में देखा और इसके बारे में पता चला। प्रशासन ने मुझे सूचित नहीं किया। वह 18 मार्च से बहुत बीमार थे और बार-बार शोर मचाने के बावजूद उन्हें कोई इलाज नहीं दिया जा रहा था। 25-26 मार्च की रात को उनकी हालत बहुत खराब थी, इसलिए औपचारिकता के तौर पर उन्हें कुछ घंटों के लिए मेडिकल कॉलेज लाया गया। उन्हें वापस भेज दिया गया और कहा गया कि उनकी हालत स्थिर है। वह नहीं थे कोई उपचार दिया गया। अंसारी परिवार की आशंकाओं पर वे कहते हैं, ''यह महीनों पहले व्यक्त किया गया था और हाई कोर्ट के साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट को भी लिखित में दिया गया था लेकिन कोई संज्ञान नहीं लिया गया।
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