हाइलाइट्स
मथुरा में द्वारकाधीश मन्दिर में भक्तों ने ठाकुर जी के साथ दो घंटे तक खेली होली।
सोने और चांदी की पिचकारी में भरकर द्वारकाधीश ने फेंका भक्तों पर रंग।
Mathura Holi Celebration 2024 : मथुरा। बांके बिहारी लाल की नगरी मथुरा में होली के मौके पर अबीर गुलाल की इस कदर आंधी चली कि ब्रज का कोना-कोना इंद्रधनुषी बन गया। बल्देव में राऊ जी मन्दिर के प्रांगण में सोमवार को दहनावर का आयोजन किया गया। दहनावर में कल्याणदेव परिवार की हर आयु वर्ग की बहुएं कई घंटे तक नृत्य कर रही थीं। चाट के व्यंजनों में ठाकुर के लिए गोलगप्पे, कांजी बड़ा , दही बड़ा, आलू की टिकिया, पकौड़ी, मूंग की दाल का चीला आदि तैयार किये गए थे। जिनका भोग बांकेबिहारी को लगाया गया था।
मन्दिर के प्रबंधक कन्हैया शर्मा के अनुसार मन्दिर में 26 मार्च को होने वाले हुरंगा, जो एक प्रकार की होली ही है, की व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है। मथुरा में द्वारकाधीश मन्दिर में आज भक्तों ने ठाकुर के साथ दो घंटे तक जमकर होली खेली। मन्दिर के गर्भगृह में पहले श्यामाश्याम ने होली खेली तथा बाद में मन्दिर के पुजारी ने जगमोहन से सोने और चांदी की पिचकारी से यही रंग श्रद्धालुओं पर डाला तो वे भाव विभोर हो गए। रंग खेलने के कारण आज लाला ने विश्राम नही किया इसलिए मन्दिर आज शाम साढ़े चार बजे ही बन्द हो जाएगा। वृन्दावन के बांकेबिहारी मन्दिर और सप्त देवालयों में रविवार को शयन के दर्शन के बाद रंग का चलना बंद हो गया था।
बांकेबिहारी मन्दिर के सेवायत ज्ञानेन्द्र गोस्वामी ने बताया कि मन्दिर के बाहर तीर्थयात्रियों ने जमकर होली खेली तथा मथुरा के रसिया पर नृत्य भी किया। उन्होंने बताया कि ठाकुर ने जहां आज बालभोग में मूंग की दाल का हलुवा और एक विशेष प्रकार का व्यंजन अघौटा खाया वही दोपहर बाद उन्होंने चाट का आनन्द लिया। चाट के व्यंजनों में ठाकुर के लिए गोलगप्पे, कांजी बड़ा , दही बड़ा, आलू की टिकिया, पकौड़ी, मूंग की दाल का चीला आदि तैयार किये गए थे। शुचिता के लिए मशहूर राधारमण मन्दिर में आज राजभोग के समय भक्तों पर प्रसाद स्वरूप रंग गुलाल डाला गया और उनमें जलेबी का प्रसाद वितरित किया गया। आज ही मन्दिर में दोपहर बाद चैतन्य महाप्रभु का जन्म दिन मनाया गया। पहले उनका अभिषेक किया गया और बाद में लोगों ने कौपीन और उस वस़्त्र के दर्शन किये जिसे चैतन्य महाप्रभु ने अपने शिष्य और राधारमण मन्दिर के स्वयं प्राकट्य विगृह को नेपाल से वृन्दावन लानेवाले गोपाल भट्ट गोस्वामी को दिया था। उन्होंने बताया कि मन्दिर में रविवार शयन भोग के बाद रंग के चलाने पर प्रतिबंध लगाया गया था।
मथुरा जंक्शन स्टेशन आज तीर्थयात्रियोंं से खचाखच भरा हुआ था। उत्तर मध्य रेलवे ने पहले से ही उनके लिए अतिरिक्त रेलगाडिय़ां चला रखी हैं। स्टेशन निदेशक एस के श्रीवास्तव ने बताया कि तीर्थयात्रियों की संख्या को देखते हुए अतिरिक्त टिकट काउन्टर खोले गए हैं तथा तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए अधिकारी 24सो घंटे लगाए गए हैं। अगर जरूरत पड़ी तो अतिरिक्त रेलगाड़ी भी किसी भी स्थान के लिए चलाई जा सकती है। सोमवार की शाम को भगत सिंह पार्क में होली मिलन समारोह आयोजित किया गया जिसमें लोगों ने एक दूसरे से गले मिलकर होली की बधाई दी।
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