हाइलाइट्स :
15 जनवरी तक पूरी कर ली जाएंगी तैयारियां।
2200 से अधिक मेहमानों को भेजा गया निमंत्रण।
23 जनवरी से आम लोग कर सकेंगे भगवान राम के दर्शन।
अयोध्या, उत्तरप्रदेश। बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी और लाल कृष्ण आडवाणी श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होंगे। यह जानकारी स्वयं राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय द्वारा दी गई है। दोनों नेता राम मंदिर निर्माण के लिए संघर्ष करने वाले नेताओं में सबसे आगे रहे हैं और अब जब इस मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का समय आया है तो ये दोनों ही इस समारोह में शामिल नहीं होंगे। राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा दोनों नेताओं के समारोह में शामिल न होने की वजह भी बताई गई है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने बताया कि, मुरली मनोहर जोशी और लाल कृष्ण आडवाणी स्वास्थ्य और उम्र संबंधी कारणों से समारोह में शामिल नहीं हो पाएंगे। दोनों (आडवाणी और जोशी) बुजुर्ग हैं" परिवार और उनकी उम्र को देखते हुए उनसे न आने का अनुरोध किया गया है, जिसे दोनों ने स्वीकार कर लिया है।
दलाई लामा, अनिल अंबानी समेत अभिनेता रजनीकांत होंगे कार्यक्रम में शामिल :
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपत राय ने बताया कि, आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा, केरल की माता अमृतानंदमयी, योग गुरु बाबा रामदेव, अभिनेता रजनीकांत, अमिताभ बच्चन, माधुरी दीक्षित, अरुण गोविल, फिल्म निर्देशक मधुर भंडारकर और प्रमुख उद्योगपति मुकेश अभिषेक समारोह में अंबानी, अनिल अंबानी, मशहूर चित्रकार वासुदेव कामत, इसरो के निदेशक नीलेश देसाई समेत कई अन्य जानी-मानी हस्तियां भी मौजूद रहेंगी।
प्रतिष्ठा समारोह की सभी तैयारियां 15 जनवरी 2024 तक पूरी कर ली जाएंगी। प्राण प्रतिष्ठा के लिए पूजा 16 जनवरी 2024 को शुरू होगी और 22 जनवरी तक चलेगी। इस समारोह में विभिन्न परंपराओं के 150 साधु-संतों और छह दर्शन परंपराओं के शंकराचार्य समेत 13 अखाड़े हिस्सा लेंगे। कार्यक्रम में करीब चार हजार संतों को आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा 2200 अन्य मेहमानों को भी निमंत्रण भेजा गया है। काशी विश्वनाथ और वैष्णोदेवी जैसे प्रमुख मंदिरों के प्रमुखों और धार्मिक और संवैधानिक संस्थानों के प्रतिनिधियों को भी समारोह में आमंत्रित किया गया है।
23 जनवरी से आम लोग कर सकेंगे भगवान राम के दर्शन :
प्रतिष्ठा समारोह के बाद 24 जनवरी से उत्तर भारत की परंपरा के अनुसार 48 दिनों तक मंडल पूजा होगी। वहीं, 23 जनवरी से आम लोग भगवान राम के दर्शन कर सकेंगे।अतिथियों के लिए अयोध्या में तीन से अधिक स्थानों पर ठहरने की उचित व्यवस्था की गई है...विभिन्न मठों, मंदिरों और गृहस्थ परिवारों द्वारा 600 कमरे उपलब्ध कराए गए हैं और 25 दिसंबर से तीन प्रमुख स्थानों पर भंडारा भी शुरू होगा।
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