उत्तर प्रदेश, भारत। डबल इंजन की भाजपा सरकार समग्र विकास के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर बड़े-बड़े फैसले लेते हुए लोगों को कुछ न कुछ सौगात देती रहती है। इस दौरान अब उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा शिक्षकों के लिए एक बड़ा तोहफा दिया जा है, जिसका फायदा उन शिक्षको को मिलेगा, जो राष्ट्रीय या राजकीय पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं।
यूपी रोडवेज की बसों में फ्री यात्रा का दिया लाभ :
दअरसल, अब योगी सरकार राष्ट्रीय या राजकीय पुरस्कार प्राप्त करने वाले शिक्षकों के लिए स्मार्ट कार्ड के जरिए यूपी रोडवेज की बसों में फ्री यात्रा कराने का लाभ दे रही है। यह पहल परिवहन विभाग की ओर से की गई है और इस संबंध में शिक्षा निदेशक, बेसिक एवं माध्यमिक ने पत्र लिखकर सभी पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों की डिटेल भी मांगी है, जो सभी जनपदों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों व डीआईएसओ को एक सप्ताह के अंदर देने का निर्देश दिया गया है।
बस में फ्री सफर के लिए स्मार्ट कार्ड जरुरी :
सरकार द्वारा दिए गए इस उपहार के चलते लाभार्थी शिक्षकों के पास स्मार्ट कार्ड होना जरूरी है, इसी कार्ड के जरिए शिक्षक फ्री यात्रा का लाभ ले पाएंगे। शिक्षा विभाग की ओर से परिवहन विभाग को सूची उपलब्ध कराने के बाद लाभार्थी शिक्षक को स्मार्ट कार्ड के लिए स्वयं अप्लाई करना होगा, इस कार्ड में लगी स्मार्ट चिप में शिक्षक का सम्पूर्ण विवरण फीड होगा। इस तरह बनना सकते है स्मार्ट कार्ड-
परिवहन निगम के किसी भी जनपद स्टेशन पर प्रार्थना पत्र निर्धारित प्रारूप में अपना विवरण अंकित करना होगा।
आधार कार्ड एवं निदेशक बेसिक/ माध्यमिक शिक्षा द्वारा प्राप्त परिचय पत्र लगेगा।
साथ ही शिक्षक का प्रमाणित फोटो भी होना जरूरी है, जिसमें उल्लेख हो की परिचय पत्र धारक राष्ट्रीय/राज्य पुरस्कार प्राप्त अध्यापक है।
आधार कार्ड एवं शिक्षा विभाग द्वारा जारी परिचय पत्र की स्वप्रमाणित छायाप्रति उपलब्ध करानी होगी।
आधार कार्ड का ऑथेंटिकेशन प्राप्त होते ही स्मार्ट कार्ड काउंटर से उपलब्ध होगा।
कार्ड का मूल्य 100/- तथा 18 % जीएसटी अलग से देय होगी, जिसका भुगतान शिक्षक को ही करना होगा।
काउंटर पर एप्लिकेशन जमा होने के 7 दिन बाद कार्ड जारी किया जाएगा और SMS पर कार्ड तैयार की सूचना प्राप्त होगी।
इस दौरान अलावा लाभार्थी के पास डेबिट-क्रेडिट कार्ड की तरह नाम व फोटो सहित पर्सनलाइज्ड स्मार्ट कार्ड का भी विकल्प दिया गया है।
स्मार्ट कार्ड के लिए लाभार्थी चाहे तो ऑनलाइन भी अप्लाई करने कर सकता है, इसके लिए परिवहन निगम की वेबसाईट www.upsrtc.com पर लॉगिन कर अपना विवरण एवं फीस जमा करनी होगी।
बता दें कि, राष्ट्रीय/राज्य पुरस्कार पाने वाले शिक्षकों को परिवहन निगम की बसों में मुफ्त यात्रा के लिए कूपन आधारित यात्रा 4000 किमी प्रति वर्ष की सीमा तक निर्धारित की गई है।
कितने साल तक के लिए होगा यह कार्ड :
यह भी बताते चले कि, स्मर्ट कार्ड बनने के बाद 5 साल तक इस कार्ड का प्रयोग किया जा सकता है, क्योंकि इसकी समय सीमा 5 साल तक तय की गई है। अगर कभी यह कार्ड खोने जाता है, तो लाभार्थी धनराशि का भुगतान कर नया कार्ड भी ले सकेगा। स्मार्ट कार्ड बनने के बाद जब राष्ट्रीय/ राज्य पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों द्वारा बस में सफर करेंगे तो यह कार्ड टिकटिंग मशीन पर टैप करने पर शून्य मूल्य का टिकट जारी होगा, जिसमें बस नम्बर, कहां से कहां तक की यात्रा है, का संपूर्ण विवरण होगा।
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