उत्तरप्रदेश, भारत। मध्यप्रदेश के बाद अब उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Government) ने मेडिकल व इंजीनियरिंग के सिलेब्स को हिंदी में अनुवाद कराने का ऐलान किया। कहा जा रहा है कि, उत्तर प्रदेश में मेडिकल और इंजीनियरिंग की कुछ पुस्तकों की हिंदी में अनुवाद कर लिया गया है। आने वाले सालों में छात्रों को इसका बहुत अधिक फायदा मिलने वाला है। वहीं, इसको लेकर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक बयान जारी किया है।
ब्रजेश पाठक ने जारी किया बयान:
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने लखनऊ बयान जारी करते हुए कहा कि, "उत्तर प्रदेश सरकार मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए हिंदी पर गंभीरता से काम कर रही है। इस संबंध में मेडिकल की कुछ पुस्तकें प्रकाशित हो गई हैं। इसपर समिति गठित कर आगे का काम जारी है।"
ब्रजेश पाठक ने इस बारे में बात करते हुए आगे कहा कि, "मुख्य चिकित्सा अधिकारी के साथ एक टीम बनाई गई है और मौके पर भेजा गया है। जिलाधिकारी से भी बात की गई है। कुछ घंटों में जांच रिपोर्ट आ जाएगी। मामले में जो भी दोषी होंगे उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।"
बता दें कि, उत्तरप्रदेश में मेडिकल ही नहीं इंजीनियरिंग की भी पढ़ाई हिंदी में कराई जाएगी, जहां पर कहा जा रहा है कि, मध्यप्रदेश में इस प्रकार की योजना के बाद उत्तरप्रदेश सरकार ने छात्रों के लिए हिंदी में पढ़ाई कराई जाने पर विचार किया था। जिसके बाद से यूपी चिकित्सा शिक्षा विभाग बीते कई महीनों से इस विषय पर काम कर रहा है।
आपको बता दें कि, केंद्र सरकार ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत भारतीय भाषाओं में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई का फैसला किया है। इसके लिए तीन पुस्तकों का हिंदी में अनुवाद कराया गया है, जिसका विमोचन गृहमंत्री अमित शाह आज यानी 16 अक्टूबर को भोपाल में करेंगे। मेडिकल और इंजीनियरिंग की हिंदी भाषा में पढ़ाई को लेकर तमाम तरह की शंकाएं भी हैं।
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