उत्तर प्रदेश, भारत। जैसा कि, सभी जानते हैं, भारत एक धर्म प्रधान देश है और यहां जब कोई बात भगवान के मुद्दे पर आती है तो वह मामला करोड़ो लोगों की आस्था से जुड़ जाता है। ऐसा ही एक मामला था 'राम मंदिर का'। जिसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में फैसला आने के बाद राम मंदिर निर्माण शुरू हुआ और भारतवासियों का लगभग 500 सालों का इंतज़ार खत्म हुआ। वहीं, 22 जनवरी 2024 को मंदिर में उपस्थित सभी लोगों ने प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक पल को मेहसूस किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस कार्यक्रम को संपन्न किया गया। करोड़ों लोग घर से इस पल के साक्षी बने।
स्पिरिचुअल टूरिज्म में अयोध्या छोड़ेगा पीछे :
अयोध्या में बना राम मंदिर भले लाखों- करोड़ो लोगों की आस्था का प्रतिक बना हो, लेकिन यह सिर्फ धार्मिक आस्था के लिए ही नहीं बल्कि स्पिरिचुअल टूरिज्म के रूप में बहुत बड़ा काम करेगा। इस मंदिर के चलते अयोध्या के आर्थिक विकास में काफी योगदान मिलेगा। इतना ही नहीं जेफरीज के द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार, नव निर्मित राम मंदिर मुस्लिमों के पवित्र स्थल मक्का और ईसाई समुदाय के लिए बेहद महत्वपूर्ण वेटिकन सिटी को भी पीछे छोड़ देगा। जबकि, वर्तमान समय में यहां लाखों लोग दर्शन करने के लिए आते हैं।
हॉट स्पॉट बनेगा अयोध्या :
जेफरीज की ही इस रिपोर्ट की मानें तो, अयोध्या का यह भव्य राम मंदिर अयोध्या के लिए एक बड़ा आर्थिक साधन बनेगा। जिससे यहां की GDP में बढ़त दर्ज होगी। अब सवाल यह उठता है कि, ऐसा कैसे होगा। तो आपको बता दें, आने वाले समय में अयोध्या का राम मंदिर भारत में एक नया हॉट स्पॉट साबित होगा और यहां हर साल लगभग 5 करोड़ टूरिस्ट दर्शन के लिए आएंगे। इसका अनुमान शुरुआत के 2 दिन में आए श्रद्धालुओं को देख कर लगाया जा सकता है। बता दें, यहां मात्र दो दिन में 7.5 लाख भक्तों ने राम लला के दर्शन किए हैं। इस दौरान यहां लोगों द्वारा किए गए दान की बात करें तो पहले दिन ही 3.17 करोड़ रुपए का दान यहां हुआ। किसी भी राज्य में टूरिस्ट प्लेस होना उस राज्य की GDP बढ़ाने में काफी मददगार साबित होती है।
अयोध्या का मेकओवर :
सामने आई रिपोर्ट में अयोध्या के मेकओवर का भी जिक्र किया गया है। इस मेकओवर के तहत यहां नए एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशनों, टाउनशिप और रोड कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए लगभग 10 बिलियन डॉलर (लगभग 85,000 करोड़ रुपये) खर्च किए जाने की खबर है। इससे यहां आना-जाना और यातायत के साधन में आसानी होगी। इसके बाद शहर में नए होटल्स खुलने के साथ ही अन्य दूसरी आर्थिक गतिविधियां भी बढ़ेंगी। इतना ही नहीं यह अध्यात्म टूरिज्म की इंफ्रा ड्राइव ग्रोथ का एक उदाहरण बनेगा। हालांकि, इस बता में कोई शक नहीं है कि, वर्तमान समय में भी उत्तर प्रदेश भारत में टूरिज्म के लिए दूसरा सबसे बड़ा आकर्षण का केंद्र है, लेकिन आने वाले समय में यह विदेशी निवेश में भी सहायता करेगा। अयोध्या के मेकओवर का काम कई चरणों में किया जाएगा।
पहले चरण में अयोध्या में 1,450 करोड़ रुपये की लागत में 10 लाख यात्रियों की क्षमता वाला नया एयरपोर्ट चालू किया जाएगा। इसके अलावा इसी चरण में तीन नए घरेलू टर्मिनल और एक अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल साल 2025 तक शुरू करने की योजना है।
दूसरे चरण में 240 करोड़ रुपये की लागत में रेलवे स्टेशनों को अपग्रेड करने की योजना पर काम होगा। जिससे इन स्टेशनों की क्षमता रोजाना 60,000 यात्रियों तक दोगुनी हो जाएगी।
तीसरे चरण में अयोध्या में 2,200 करोड़ रुपये में 1,200 एकड़ का ग्रीनफील्ड टाउनशिप प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा। इस ग्रीनफील्ड का मकसद तीन मुख्य सड़कों- राम पथ, राम जन्मभूमि पथ और भक्ति पथ के साथ सड़क संपर्क को भी मजबूत करना है। इन मार्गों पर एंट्री और एग्जिट गेट के लिए भव्य द्वार भी निर्मित किए जाएंगे।
वर्तमान में सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं वाले स्थान :
जानकारी के लिए बता दें, वर्तमान समय में भारत में आंध्र प्रदेश का तिरुपति मंदिर एक एसी जगह है। जहां सबसे ज्यादा श्रद्धालु दर्शन के लिए आते है। यहां सालभर में लगभग 2.5 करोड़ टूरिस्ट आते हैं और इनसे 1,200 करोड़ रुपये का कलेक्शन होता है। इसके बाद अगर भारत के बाहर की बात करें तो, सऊदी अरब के मक्का जैसे धार्मिक स्थानों में साल भर में लगभग 2 करोड़ टूरिस्ट और उसके बाद वेटिकन सिटी सालाना 90 लाख टूरिस्ट आते हैं।
अयोध्या की वर्तमान स्थिति :
अयोध्या की वर्तमान स्थिति देंखे तो, यहां 590 कमरों वाले कुल 17 होटल्स हैं ,जिन्हें बढाकर 73 करने की योजना है। इनमें से 40 होटल वर्तमान में बन रहे हैं। इसमें मुख्य फोकस IHCL, ITC होटल्स, EIH, OYO रूम्स पर रहेगा। इसके अलावा यहां बर्गर किंग सिटी सेंटर में अपना पहला स्टोर खोल चुका है। जबकि, देवयानी इंटरनेशनल, रेस्टोरेंट ब्रैंड्स एशिया और जुबिलेंट फूडवर्क्स जैसे कई और बड़े ब्रैंड्स भी यहां अपना आउटलेट खोलने की योजना बना चुके हैं। अयोध्या में आने वाले समय में इस मंदिर का फायदा होटल, एयरलाइन, हॉस्पिटैलिटी, FMCG, ट्रैवेल एजेंसीज सहित कई सेक्टर्स को होगा।
भारत का टूरिज्म सेक्टर :
बता दें, पिछले कुछ समय में भारत के टूरिज्म सेक्टर में काफी तेजी दर्ज की गई है। जेफरीज द्वारा जताए गए अनुमान की मानें तो, FY33 तक टूरिज्म सेक्टर में 8% की सालाना दर से बढ़कर $443 बिलियन तक पहुंचने की उम्मीद है। FY16 से FY22 तक, भारत द्वारा सिर्फ होटल और टूरिज्म सेक्टर से FDI के माध्यम से $7 बिलियन से ज्यादा निवेश को आकर्षित किया गया है। इतना ही नहीं भारत की G20 की अध्यक्षता ने भारत में टूरिज्म सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए एक प्लेटफॉर्म भी मुहैया कराया आगया है।
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