Emine Dzhaparova Social Media
भारत

रूस के साथ युद्ध के बीच आज पहली बार भारत यात्रा पर आएंगी यूक्रेन की उप-विदेश मंत्री एमिन झापरोवा

Aniruddh pratap singh

राज एक्सप्रेस। रूस के साथ जारी युद्ध के बीच यूक्रेन की उप-विदेश मंत्री एमिन झापरोवा (Emine Dzhaparova) आज अपनी पहली चार दिवसीय भारत की यात्रा पर नई दिल्ली आने वाली हैं। इस दौरान वह विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) संजय वर्मा के साथ द्विपक्षीय संबंधों, यूक्रेन के मौजूदा हालात और साझा हितों से जुड़े हुए वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगीं। विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारत यात्रा के दौरान यूक्रेन की उप-विदेश मंत्री की विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी और उप-राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) विक्रम मिस्री से भी मुलाकात होगी। एक आधिकारिक बयान में बताया गया है कि वह 12 अप्रैल को स्वदेश के लिए रवाना होंगी।

बहुआयामी सहयोग साझा करते हैं भारत-यूक्रेन

उल्लेखनीय है कि भारत यूक्रेन के साथ मधुर, मैत्रीपूर्ण संबंध और बहुआयामी सहयोग साझा करता है। दोनों देशों के करीब तीन दशक के कूटनीतिक संबंधों के बीच द्विपक्षीय व्यापार, शिक्षा, संस्कृति और रक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। विदेश मंत्री एमिन झापरोवा की यह भारत यात्रा दोनों की आपसी समझ और हितों को बढ़ावा देने का अवसर भी प्रदान करेगी। यूक्रेन के साथ भारत के संबंधों में कुछ समय के लिए रूस की वजह से विवाद पैदा हो गया था, लेकिन भारत द्वारा अपनी स्थ्ति स्पष्ट करने के बाद संबंध सामान्य हो गए हैं। रूस भारत का निकट सहयोगी है, इसके बाद भी भारत दोनों पक्षों से लगातार कहता रहा है कि आज के समय में युद्ध एक विनाशकारी उपाय है। इस मुद्दे का समाधान बातचीत के जरिए निकाला जाना चाहिए।

पीएम मोदी ने कई बार बढ़ाई शांति की बात

पीएम नरेंद्र मोदी ने कई बार अपने इस संदेश को दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष बातचीत में इसी बात पर जोर दिया है। पिछले साल समरकंद में आयोजित किए गए एससीओ देशों के शिखर सम्मेलन से इतर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से द्विपक्षीय बैठक के दौरान भी पीएम मोदी ने कहा था कि यह युग युद्ध का नहीं है। उनके इस बयान की पूरी दुनिया में सराहना की गई थी। इसे बाद में बाली में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन के बाद जारी साझा बयान में भी शामिल किया गया था। भारत लगातार युद्ध प्रभावित यूक्रेनी नागरिकों की मदद से राहत सामग्री भेज रहा है। जिसमें जरूरी दवाएं और मेडिकल उपकरण शामिल हैं।

बुनियादी ढ़ांचे की मरम्मत में मांग सकती है मदद

इन सबके बीच यूक्रेन की उप-विदेश मंत्री की पहली भारत यात्रा को लेकर उम्मीद जताई जा रही है कि वह इस दौरान रूस के हमले में क्षतिग्रस्त ऊर्जा और बुनियादी ढांचे की मरम्मत के लिए भारत से सहायता और उपकरणों की मांग कर सकती हैं। साथ ही झापरोवा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कीव आने का न्योता भी दे सकती हैं। पिछले साल 4 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्डोमीर जेलेंस्की से फोन पर बात की थी। जिसमें पीएम मोदी सुझाव दिया था कि दोनों पर पक्ष बातचीत की मेज पर आएं क्योंकि इस समस्या का कोई सैन्य समाधान नहीं निकाला जा सकता। उन्होंने कहा था कि भारत शांति के लिए किए जाने वाले किसी भी प्रयास में योगदान करने के लिए तैयार है।

राजनीति में आने से पहले पत्रकार थीं एमिन झापरोवा

रूस के साथ जंग के बीच यूक्रेन की पहली डिप्टी फॉरेन मिनिस्‍टर एमिन झापरोवा पहली बार भारत यात्रा पर आई हैं। एमिन झापरोवा यूक्रेन की उभरती हुई नेता हैं और फिलहाल उप-विदेश मंत्री का कार्यभार संभाल रही हैं। ये जिम्मेदारी उन्‍हें वर्ष 2020 में मिली थी। झापरोवा का जन्‍म 5 मई 1983 को हुआ था। वह इस समय 39 साल की हैं। राजनीति में आने से पहले वह एक पत्रकार थीं और बतौर टेलीविजन एंकर अपनी सेवाएं दे चुकी हैं। एक समय वह रेडियो स्वोबोडा में फ्रीलांसर भी रही हैं। एमिन झापरोवा को कई देशों की भाषा आती है। वह अंग्रेजी, क्रीमियन तातार, टर्किश और स्पेनिश बोल लेती हैं। उनकी धार्मिक आस्थाएं मजबूत हैं, यह अपने गले में लटकता ताबीज देखकर समझा जा सकता है। वह पढ़ने-लिखने की भी शौकीन हैं। उनके चैंबर में बुक्स का अच्छा-खासा कलेक्शन इस बात की पुष्टि करता है।

ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

SCROLL FOR NEXT