तमिलनाडु मंत्री उदयनिधि स्टालिन Raj Express
दक्षिण भारत

Ayodhya Ram Mandir : हम मस्जिद तोड़कर मंदिर बनाने का समर्थन नहीं करते - तमिलनाडु मंत्री उदयनिधि स्टालिन

Author : Deeksha Nandini

हाइलाइट्स

  • अयोध्या राम मंदिर को लेकर मंत्री एमके स्टालिन ने दिया विवादित बयान।

  • कहा - मस्जिद तोड़ मंदिर बनाने का समर्थन नहीं करते।

  • धर्म और राजनीति को न मिलाएं।

Minister Udhayanidhi Stalin Statement : चेन्नई। अयोध्या में 22 जनवरी को राम लला की मूर्ती की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। इस प्राण प्रतिष्ठा उत्सव को लेकर पूरे देश में उत्साह है। इसी बीच तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने मीडिया में विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि, हम किसी भी मंदिर निर्माण के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन मस्जिद तोड़कर मंदिर बनाने का समर्थन नहीं करते।

दरअसल, इस साल लोकसभा चुनाव होना प्रस्तावित है ऐसे में लगातार राजनैतिक पार्टियां प्राण-प्रतिष्ठा को राजनीति और चुनाव से जोड़ कर देख रही है। साथ ही भाजपा समेत वरिष्ठ नेताओं पर लगातार निशाना साध रही है। इसी कड़ी में गुरूवार को मीडिया में बयान देते हुए तमिलनाडु के मंत्री एमके स्टालिन ने बयान दिया है। तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने कहा, जैसा कि हमारे नेता ने कहा था कि धर्म और राजनीति को न मिलाएं। हम किसी भी मंदिर निर्माण के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन हम उस स्थान पर मंदिर बनाने का समर्थन नहीं करते हैं जहां एक मस्जिद को ध्वस्त किया गया।

भगवान रामलला की प्रतिमा मंदिर के गर्भगृह में स्थापित :

गौरतलब है कि, अयोध्या नगरी में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले अनुष्ठान शुरू हो गए हैं। इस अनुष्ठान के तीसरे द‍िन 18 जनवरी को भगवान रामलला की प्रतिमा मंदिर के गर्भगृह में स्थापित की। जहां उन्हें उनका सिंहासन पर विराजमान किया और कई तरह के अनुष्ठान और पूजा की विधियां की। इससे पहले रामलला की प्रतीकात्मक मूर्ति की जलयात्रा और विभिन्न पूजन के बाद राम मंदिर में लाया गया। मूर्ति को क्रेन की मदद से अंदर लाने से पहले गर्भगृह में विशेष पूजा की गई।

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