नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनावों में बुधवार को हुए मतदान में शाम पांच बजे तक 66 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया और मतदान प्रक्रिया कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रही।
चुनाव आयोग ने शाम को जारी एक विज्ञप्ति में कहा कि राज्य में 224 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के 58 हजार 545 मतदान केन्द्रों पर मतदान शांतिपूर्ण रहा और कहीं से पुनर्मतदान कराने की रिपोर्ट नहीं है।
आयोग ने बताया कि राज्य में करीब 94 हजार वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों ने पहली बार घर से मतदान की सुविधा का इस्तेमाल कर वोट डाला। आयोग ने इस बार 80 साल से अधिक के वरिष्ठ नागरिकों और चलने-फिरने में असमर्थ मतदाताओं के लिए घर पर वोट डालने की सुविधा प्रदान की थी।
आयोग ने बताया कि शाम पांच बजे तक कर्नाटक में 65.69 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया था और शाम छह बजे तक कई मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं की कतारें देखी गयीं।
कर्नाटक विधानसभा के साथ-साथ ही आज पंजाब में जालंधर (अजा) लोकसभा सीट, ओडिशा की झारसुगड़ा विधानसभा सीट, उत्तर प्रदेश की छानबे (अजा) और सुआर विधानसभा सीटों और मेघालय की सोहिओंग (अजजा) सीट के उपचुनाव भी कराये गये। सोहिओंग सीट पर शाम पांच बजे तक 91.39 प्रतिशत मतदान हुआ था, जालंधर लोकसभा सीट पर 50.27 प्रतिशत झारसुगड़ा में 68.21 और छानबे में 39.51 प्रतिशत और सुआर में 41.78 प्रतिशत मतदान हुआ था।
आयोग ने कहा है कि कर्नाटक में ट्रांसजेंडर मतदाताओं ने भी मतदान में उत्साह से भाग लिया। सभी मतदान केन्द्रों पर शिशु देखभाल सुविधाएं की गयीं थीं। आयोग ने कहा है कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार और निर्वाचन आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय तथा अरुण गोयल ने कर्नाटक में चुनाव को निष्पक्ष और शांतिपूर्वक ढंग से कराने के लिए पूर्व निर्धारित योजना बनाने के साथ उस पर बराबर नजर रखी। बयान में कहा गया है, “राज्य में किसी भी मतदान केन्द्र पर अभी दुबारा मतदान कराने की नौबत आने की कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है।”
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।