राज एक्सप्रेस। हैदराबाद गैंगरेप-मर्डर केस के दरिंदों को लेकर आज तड़के 6 दिसंबर को हुए एनकाउंटर (Hyderabad Encounter) की खबर से देश भर में एक तरफ खुशी की लहर है और वाहवाही शुरू हो चली है, दूसरी तरफ अब हैदराबाद एनकाउंटर के मामले पर भी कई तरह से सवाल उठने शुरू हो गए हैं।
क्या उठ रहे सवाल?
जिस तरह से एनकाउंटर हुआ है, उसको लेकर अब कई उठाल उठ रहे है, हालांकि इस मामले को कुछ इस नजरिए से देखकर व चारों आरोपियों को लगी गोली और मारे गए हैं, इस पर यह पूछा जा रहा है-
क्या एनकाउंटर के समय उनके हाथ में हथकड़ी थी? अगर नहीं, तो क्यों? क्या क्राइम सीन पर ले जाने के बाद उनकी हथकड़ी खोली गई? किस तरह के हालात बने कि, चारों भागने लगे? और किस तरह पुलिस को चारों को गोली मारनी पड़ी? गोली कहां मारी गई?
पुलिस पर FIR की मांग :
सुप्रीम कोर्ट की वकील वृंदा ग्रोवर ने पुलिस पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की और कहा-
हैदराबाद एनकाउंटर करने वाली पुलिस के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए, इसके साथ ही पूरे मामले की स्वतंत्र न्यायिक जांच कराई जानी चाहिए। महिला को इंसाफ दिए जाने के नाम पर किसी का भी एनकाउंटर किया जाना गलत है।वकील वृंदा ग्रोवर
AIMIM प्रमुख का कहना-
हैदराबाद एनकाउंटर पर एआर्ईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी द्वारा भी अपनी प्रतिक्रिया दी गई, जिसमें यह तो साफ दिख रहा है कि, उन्होंने भले भी खुलकर सवाल नहीं उठाए हो, लेकिन जांच की मांग की हैं। जी हां! ओवैसी ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए कहा- ''प्रत्येक एनकाउंटर की जांच होनी चाहिए।''
हैदराबाद पुलिस के खिलाफ जांच की मांग :
वंचित बहुजन अघाड़ी के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर द्वारा इस एनकाउंटर को लेकर हैदराबाद पुलिस के खिलाफ जांच की मांग की।
सभी आरोपी थे, न कि दोषी, एक ऐसी ही घटना छत्तीसगढ़ में भी हुई थी, जहां 36 लोगों को नक्सली बताकर मार दिया गया था, जबकि वे नक्सली नहीं थे।प्रकाश आंबेडकर
इस दौरान प्रकाश आंबेडकर ने इसके लिए राजनेताओं को जिम्मेदार ठहराते हुए यह बात भी कही कि, ''राजनीतिक प्रमुख गलत आदेश दे रहे हैं।''
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा का कहना है-
एनकाउंटर हमेशा ठीक नहीं होते हैं, इस मामले में पुलिस के दावे के मुताबिक आरोपी बंदूक छीन कर भाग रहे थे। ऐसे में शायद उनका फैसला ठीक है। हमारी मांग थी कि, आरोपियों को फांसी की सजा मिले, लेकिन कानूनी प्रक्रिया के तहत, हम चाहते थे कि, स्पीडी जस्टिस हो, पूरी कानूनी प्रक्रिया के तहत ही कार्रवाई होनी चाहिए। आज लोग एनकाउंटर से खुश हैं, लेकिन हमारा संविधान है, कानूनी प्रक्रिया है।रेखा शर्मा, राष्ट्रीय महिला आयोग अध्यक्ष
मेनका गांधी ने उठाए सवाल :
भारतीय जनता पार्टी की सांसद मेनका गांधी ने भी एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए यह बात कही कि, ''यह बहुत भयानक है, उन्हें फांसी की सजा मिलती, आप कानून को हाथ में नहीं ले सकते। आरोपियों को न्यायिक प्रक्रिया के तहत सजा मिलनी चाहिए।''
बीएसपी नेता का कहना-
हैदराबाद एनकाउंटर को लेकर बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा- ''बलात्कारियों में दहशत पैदा करने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस को हैदराबाद पुलिस से सीख लेनी चाहिए। मैं जब मुख्यमंत्री थी, तब अपनी पार्टी के आरोपी लोगों को भी जेल भेजा था, उत्तर प्रदेश और दिल्ली पुलिस को अपना रवैया बदलना चाहिए।''
बीजेपी नेता ने कहा-
आज पुलिस नहीं करेगी तो कल जनता करेगी, अदालतें फेल हैं, बलात्कारी आज़ाद घूम रहे हैं, देश की बेटियों को भरोसा देना जरूरी कि उनपर हाथ डालने वाला जिंदा नहीं बचेगा हैदराबाद पुलिस जिंदाबाद, बाकी देश की पुलिस को भी सीखना होगा जब तक अदालतें नहीं सुधरती तो यहीं एक मात्र रास्ता है।बीजेपी नेता कपिल मिश्रा
बता दें कि, हैदराबाद रेप-मर्डर केस के चारों आरोपी पुलिस एनकाउंटर में ढेर हुए हैं, वो भी उसी जगह पर जहां महिला डॉक्टर के साथ हैवानियत कर उसे जिंदा जलाया गया था, उसी फ्लाइओवर के नीचे यह दरिंदे मारे गए हैं। नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर पढ़ें पूरी खबर-
हैदराबाद रेप-मर्डर केस का चौंकाने वाला मोड़-आरोपी एनकाउंटर में ढेर
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