प्रोजेक्ट टाइगर के 50 साल पूरे होने पर PM मोदी  Social Media
दक्षिण भारत

प्रोजेक्ट टाइगर के 50 साल पूरे होने पर PM मोदी ने जारी किए आंकड़े- जानें कितनी है बाघों की संख्‍या

Priyanka Sahu

कर्नाटक, भारत। प्रधानमंद्धी नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक के मैसूर में प्रोजेक्ट टाइगर के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में उद्घाटन सत्र का उद्घाटन किया। इसके अलावा PM मोदी द्वारा देश में बाघों की संख्‍या कितनी है, इसके आंकड़े भी जारी कर दिए है।

भारत में बाघों की संख्‍या 3000 के पार :

दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मैसुरु में मेगा इवेंट के दौरान बाघों के जारी किए गए नवीनतम आंकड़े के अनुसार, भारत में बाघों की संख्या 3000 के पार यानी 3167 हो गई है। PM मोदी ने कहा, पिछले 10 साल में टाइगर की संख्या 75 फीसदी बढ़ी है। टाइगर का बढ़ा हुआ आंकड़ा गौरव का पल है।

हम सभी एक बेहत महत्वपूर्ण पड़ाव के साक्षी बन रहे हैं :

कर्नाटक में प्रोजेक्ट टाइगर के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में उद्घाटन सत्र के दौरान PM मोदी ने अपने संबोधन में कहा- हम सभी एक बेहत महत्वपूर्ण पड़ाव के साक्षी बन रहे हैं, प्रोजेक्ट टाइगर को 50 वर्ष हो गए हैं। भारत ने न सिर्फ टाइगर को बचाया है बल्कि उसे फलने फूलने का एक बेहतरीन ईको सिस्टम दिया है। प्रोजेक्ट टाइगर की सफलता न केवल भारत के लिए बल्कि विश्व के लिए भी गर्व की बात है। भारत ने न केवल बाघों का संरक्षण किया है बल्कि उन्हें फलने-फूलने के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र भी दिया है। भारत एक ऐसा देश है जहां प्रकृति की रक्षा करना संस्कृति का हिस्सा है। यही कारण है कि विश्व के केवल 2.4% भूमि क्षेत्र के साथ वन्यजीव संरक्षण में इसकी कई अनूठी उपलब्धियाँ हैं, भारत ज्ञात वैश्विक जैव विविधता का लगभग 8% योगदान देता है।

जब अनेक टाइगर रिजर्व देशों में उनकी आबादी स्थिर है या आबादी घट रही है तो फिर भारत में तेजी से बढ़ क्यों रही है? इसका उत्तर है भारत की परंपरा, भारत की संस्कृति और भारत के समाज में बायो डायवर्सिटी को लेकर, पर्यावरण को लेकर हमारा स्वाभाविक आग्रह। एशियाटिक शेर रखने वाला हम दुनिया का इकलौता देश हैं। शेरों की आबादी 2015 में 525 से बढ़कर 2020 में 675 हो गई है। हमारे तेंदुए की आबादी केवल चार वर्षों में 60% से अधिक हो गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
  • पिछले दशक में, सामुदायिक भंडारों की संख्या 43 से बढ़कर 100 से अधिक हो गई। एक दशक में, राष्ट्रीय उद्यानों और अभयारण्यों की संख्या, जिनके आसपास पर्यावरण-संवेदनशील क्षेत्र अधिसूचित किए गए थे, 9 से बढ़कर 468 हो गए।

  • Big Cats की वजह से Tiger reserves पर्यटकों की संख्या बढ़ी और इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है। Big Cats की मौजूदगी ने हर जगह स्थानीय लोगों के जीवन और वहां की ecology पर सकारात्मक असर डाला है। दशकों पहले भारत से चीता विलुप्त हो गया था। हम इस शानदार Big Cat को नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से भारत लेकर आए हैं। ये एक Big Cat का पहला सफल trans-continental translocation है। कुछ दिन पहले ही कूनो नेशनल पार्क में 4 सुंदर शावकों ने जन्म लिया है।

  • मानवता का बेहतर भविष्य तभी संभव है, जब हमारा पर्यावरण सुरक्षित रहेगा, हमारा बायो डायवर्सिटी का विस्तार होता रहेगा। ये दायित्व हम सभी का है, पूरे विश्व का है। इसी भावना को हम अपनी G-20 अध्यक्षता के दौरान निरंतर प्रोत्साहित भी कर रहे हैं।

  • 'मिशन लाइफ' यानी, लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट के विजन को समझने में भी आदिवासी समाज की जीवनशैली से बहुत मदद मिलती है। इसलिए आप सबसे मेरा आग्रह है कि आदिवासी समाज के जीवन और परंपरा से कुछ न कुछ जरूर अपने देश और समाज के लिए लेकर जाएं।

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