हाइलाइट्स
परियोजना स्थल में घुसपैठ से तनाव।
मंत्री अंबाती रामबाबू ने कहा, हमने किसी भी संधि का उल्लंघन नहीं किया।
आंध्र प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा, इससे राजनीतिक साजिश की बू आ रही।
Nagarjuna Sagar Dam Issue : हमने उतना ही पानी लिया है जितना हमारा अधिकार है। मत भूलिए, कृष्णा का 66% पानी आंध्र प्रदेश का है और 34% तेलंगाना का। यह बात आंध्र प्रदेश के सिंचाई मंत्री अंबाती रामबाबू बयान ने शुक्रवार को मीडिया से चर्चा के दौरान दिया है।
आगे सिंचाई मंत्री अंबाती रामबाबू ने कहा कि, हमने किसी भी संधि का उल्लंघन नहीं किया है। वाईएसआरसीपी सरकार ने हमारे राज्य के किसानों और लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए केवल 66% हिस्से से पानी का उपयोग करने की कोशिश की है जो हमारा अधिकार है।
दरअसल, बीते दिन गुरुवार को आंध्र प्रदेश सरकार ने कृष्णा नदी पर नागार्जुन सागर बांध के आधे हिस्से को अपने नियंत्रण में ले लिया और 26 शिखरों में से 13 पर नियंत्रण हासिल कर लिया है। बता दें, दोनों राज्यों के बीच बांध को लेकर 2014 से विवाद चल रहा है। 2014 वही साल है जब तेलंगाना को आंध्र प्रदेश से अलग कर दिया गया था। तेलंगाना की के चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली बीआरएस सरकार ने आंध्र प्रदेश के वाईएसआरसीपी शासन के बांध के हिस्से पर कब्जा करने और बैरिकेड लगाने के कदम के खिलाफ कृष्णा नदी प्रबंधन बोर्ड (KRMB) से शिकायत की है। केआरएमबी दोनों राज्यों को पानी आवंटित करता है।
आंध्र प्रदेश राज्य भाजपा अध्यक्ष दग्गुबाती पुरंदेश्वरी ने नागार्जुनसागर बांध पर हुई झड़पों पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि, यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। मुझे समझ नहीं आता कि तेलंगाना में मतदान से कुछ घंटे पहले ही ऐसा क्यों होना चाहिए. इसमें राजनीतिक साजिश की बू आती है
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।