हाइलाइट्स :
जल्लीकट्टु ने पोंगल त्योहार के दौरान तमिलनाडु में कई सालों से हो रहा आयोजित।
जल्लीकट्टु में तीन लोगों की हुई मौत।
जल्लीकट्टु पर से तमिलनाडु सरकार ने 2017 में अस्थाई रूप से प्रतिबंध हटा दिया था।
तमिलनाडु। तमिलनाडु में जल्लीकट्टू कार्यक्रम के दौरान बड़ा हादसा हुआ। जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। कार्यक्रम के दौरान सांड ने एक लड़के सहित दो लोगों को मार डाला। हादसा उस वक्त हुआ जब पीड़ित सांडों को वश में करने का खेल देख रहे थे। इसी दौरान सांड उनसे टकरा गया और वह बुरी तरह घायल हो गए और उनकी मौत हो गई। बीते मंगलवार को ट्रेनर और 16 दर्शकों समेत 42 लोग घायल हुए थे।
दरअसल, जल्लीकट्टु पोंगल त्योहार के दौरान तमिलनाडु के कई हिस्सों में कई सालों से आयोजित होता आ रहा है। जल्लीकट्टु सांडों को वश में करने वाला खेल है जिसको लेकर सालों से कानूनी लड़ाई चल रही है। कई पशु संगठनों ने खेल में हिस्सा लेने वाले बैल और लोगों को चोट लगने के रिस्क का हवाला देते खेल पर प्रतिबन्ध लगाने का आह्वान किया है।
मद्रास हाईकोर्ट के आदेश पर साल 2006 में जल्लीकट्टू पर पहली बार प्रतिबंध लगाया गया था। साल 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने पशुओं के ऊपर क्रूरता के आधार पर खेल पर प्रतिबन्ध लगाया था। लेकिन विरोध होने के बाद तमिलनाडु सरकार ने 2017 में अस्थाई रूप से प्रतिबंध हटा दिया। इस खेल को कंट्रोल करने वाले कानूनों में बह संसोधन किया गया था।
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