जगन मोहन रेड्डी जन्मदिन Syed Dabeer Hussain - RE
दक्षिण भारत

जगन मोहन रेड्डी जन्मदिन : पिता की विरासत के लिए कांग्रेस से की बगावत, कड़े संघर्ष के बाद बने मुख्यमंत्री

अपने पिता की मौत के बाद जगन मोहन खुद को आंध्रप्रदेश के अगले मुख्यमंत्री पद का स्वभाविक दावेदार मानकर चल रहे थे लेकिन कांग्रेस ने रोसैया के नाम का ऐलान कर दिया।

Priyank Vyas

राज एक्सप्रेस। आज आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और वाईएसआर कांग्रेस के प्रमुख जगन मोहन रेड्डी अपना 50वां जन्मदिन मना रहे हैं। 21 दिसंबर 1972 को आंध्र प्रदेश के कड्डप्पा में जन्मे जगन मोहन रेड्डी का पूरा नाम येदुगूरी संदिंटि जगन मोहन रेड्डी है। राजनीतिक परिवार में जन्में जगन मोहन रेड्डी के पिता राजशेखर रेड्डी भी आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। सफल कारोबारी से नेता और फिर राज्य के मुख्यमंत्री बनने तक के सफर में जगन मोहन रेड्डी ने कड़ा संघर्ष किया है। तो चलिए जगन मोहन रेड्डी के जन्मदिन पर जानते हैं उनके राजनीतिक सफर के बारे में :

पिता की मौत से हुई राजनीति में एंट्री :

वैसे तो राजनीति जगन मोहन रेड्डी के खून में बचपन से ही थी, लेकिन अपने करियर की शुरुआत उन्होंने बतौर बिजनेसमैन की थी। राजनीति में आने से पहले जगन मोहन एक सफल कारोबारी थे। हालांकि साल 2009 में जगन मोहन के पिता और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएसआर रेड्डी की एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी। पिता की मौत ने जगन मोहन को अंदर से तोड़कर रख दिया और उनकी विरासत संभालने के लिए राजनीति में एंट्री ली।

कांग्रेस से की बगावत :

अपने पिता की मौत के बाद जगन मोहन खुद को आंध्रप्रदेश के अगले मुख्यमंत्री पद का स्वभाविक दावेदार मानकर चल रहे थे। हालांकि उन्हें उस समय झटका लगा जब कांग्रेस ने वाईएसआर रेड्डी के उत्तराधिकारी के तौर पर के रोसैया के नाम का ऐलान कर दिया। ऐसे में जगन मोहन ने कांग्रेस से बगावत कर दी और खुद की अलग पार्टी बना ली। पार्टी का नाम उन्होंने अपने पिता के नाम पर ‘वाईएसआऱ कांग्रेस’ रखा।

2012 में मिली पहली कामयाबी और 16 महीने की जेल :

जगन मोहन ने जब कांग्रेस छोड़कर वाईएसआऱ कांग्रेस बनाई तो उनके साथ कांग्रेस के 18 विधायक भी आ गए। इसके चलते उन 18 सीटों पर उपचुनाव हुआ, जिसमें वाईएसआऱ कांग्रेस ने 15 सीटें जीतकर धमाकेदार दस्तक दी। हालांकि इसी बीच आय से अधिक संपत्ति मामले में जगन मोहन को करीब 16 महीने तक जेल में भी रहना पड़ा।

साल 2019 में बने मुख्यमंत्री :

साल 2014 में आंध्रप्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में जगन मोहन की पार्टी को बड़ी सफलता नहीं मिली। इसके बाद जगन मोहन ने साल 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में 3648 किलोमीटर की पदयात्रा की। साल 2019 के विधानसभा चुनाव में उन्हें इसका फायदा मिला और उनकी पार्टी वाईएसआरसीपी ने 151 सीटों पर जीत हासिल की। इसी के साथ जगन मोहन आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री बन गए।

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