लोकसभा में महिला आरक्षण विधेयक पर सोनिया गांधी का वक्तव्य  Raj Express
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लोकसभा में महिला आरक्षण विधेयक पर सोनिया गांधी का वक्तव्य, कहीं ये बड़ी बात...

लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल (CPP) की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपना वक्तव्य दिया। यहां देखें इस दौरान उन्‍होंने इस बिल पर क्‍या कहा...

Priyanka Sahu

हाइलाइट्स :

  • नई संसद में CPP अध्यक्ष सोनिया गांधी का पहला भाषण

  • सोनिया गांधी ने महिला आरक्षण बिल पर दिया वक्तव्य

  • भारत की स्त्री के हृदय में महासागर जैसा धीरज है- सोनिया गांध

दिल्‍ली, भारत। महिला आरक्षण बिल को लेकर प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है। अब आज बुधवार को लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल (CPP) की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपना वक्तव्य दिया। दरअसल, सोनिया गांधी का नई संसद में यह पहला भाषण है, जिसमें उन्‍होंने महिला आरक्षण बिल को लेकर बात की।

भारत की स्त्री के हृदय में महासागर जैसा धीरज :

लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल (CPP) की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने वक्तव्य में कहा- भारत की स्त्री के हृदय में महासागर जैसा धीरज है। उसने खुद के साथ हुई बेईमानी की शिकायत नहीं की और सिर्फ अपने फायदे के बारे में कभी नहीं सोचा। उसने नदियों की तरह सबकी भलाई के लिए काम किया है और मुश्किल वक्त में हिमालय की तरह अडिग रही।

यह मेरी जिंदगी का मार्मिक क्षण है, पहली बार स्थानीय निकायों में स्त्री की भागीदारी तय करने वाला संविधान संशोधन मेरे जीवन साथी राजीव गांधी ही लेकर आए थे... बाद में पीवी नरसिम्हा राव की सरकार में कांग्रेस ने उसे पारित कराया था, आज उसका नतीजा है कि आज देश भर के स्थानीय निकायों में हमारे पास 15 लाख चुनी हुई महिला नेता हैं।
कांग्रेस संसदीय दल (CPP) की अध्यक्ष सोनिया गांधी

आगे उन्‍होंने यह भी कहा, राजीव गांधी का सपना अभी तक आधा ही पूरा हुआ है, इस बिल के पारित होने के साथ वह पूरा होगा। कांग्रेस पार्टी इस बिल का समर्थन करती है... मैं एक सवाल पूछना चाहती हूं देश की स्त्रियां अपनी राजनीतिक ज़िम्मेदारी का इंतजार कर रही हैं लेकिन अभी भी इसके लिए उन्हें कितने वर्ष इंतज़ार करना होगा? कांग्रेस की मांग है कि यह बिल तुरंत लागू किया जाए और इसके साथ ही जातीय जनगणना भी कराई जाए।

  • पिछले 13 वर्षों से भारतीय स्त्रियां अपनी राजनीतिक जिम्मेदारी का इंतजार कर रही हैं। अब उन्हें और इंतजार करने को कहा जा रहा है। क्या भारत की स्त्रियों के साथ यह बर्ताव उचित है? भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की मांग है कि ये बिल फौरन अमल में लाया जाए और इसके साथ ही जातिगत जनगणना करवाकर SC, ST और OBC महिलाओं के लिए आरक्षण की व्यवस्था की जाए।

  • इस बिल को लागू करने में और देरी करना भारत की स्त्रियों के साथ घोर नाइंसाफी है। मैं कांग्रेस की तरफ से मांग करती हूं कि 'नारी शक्ति वंदन अधिनियम-2023' को उसके रास्ते की सारी रुकावटों को दूर करते हुए जल्द लागू किया जाए।

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