भरतपुर में आत्मदाह का प्रयास करने वाले संत का इलाज के दौरान निधन Social Media
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भरतपुर में आत्मदाह का प्रयास करने वाले संत का इलाज के दौरान निधन, अवैध खनन का कर रहे थे विरोध

राजस्थान के भरतपुर में अवैध खनन बंद करने के विरोध में आत्मदाह करने वाले साधु विजय दास (Sadhu Vijay Das) से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। खबर है कि, साधु विजय दास की मौत हो गई है।

Sudha Choubey

दिल्ली, भारत। राजस्थान के भरतपुर में अवैध खनन बंद करने के विरोध में आत्मदाह करने वाले साधु विजय दास (Sadhu Vijay Das) से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। खबर है कि, साधु विजय दास की मौत हो गई है। वहीं, संत विजयदास की मौत के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने संतों की सभी मांगों को स्वीकार कर लिया है।

यहां किया जाएगा अंतिम संस्कार:

बता दें कि, संत विजय दास ने शुक्रवार देर रात दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में अंतिम सांस ली। आत्मदाह का प्रयास करने के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए जयपुर से दिल्ली ले जाया गया था। जहां उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जानकारी के अनुसार, साधु विजय दास का अंतिम संस्कार यूपी के बरसाना में किया जाएगा।

भरतपुर के उपखंड अधिकारी संजय गोयल ने बताया:

इस मामले पर बात करते हुए नई दिल्ली में मौजूद पहाड़ी भरतपुर के उपखंड अधिकारी संजय गोयल ने बताया कि, साधु संत समाज का खनन के संबंध में आंदोलन भरतपुर ज़िले में चल रहा था। इसी संबंध में सुनवाई न होने पर साधु विजय दास ने आत्मदाह कर लिया था। पहले ये RBM भरतपुर में भर्ती थे, फिर जयपुर रेफर किया गया फिर बेहतर इलाज के लिए इन्हें सफदरजंग दिल्ली लाया गया था।

अधिकारी संजय गोयल ने आगे बताया कि, "परसो से इलाज दिल्ली में चल रहा था। आज रात 2:30 बजे के करीब इनका निधन हो गया। पोस्टमार्टम के बाद शव को बरसाने में इनके धाम में ले जाया जाएगा।"

BJP सांसद रंजीता कोली ने कही यह बात:

BJP सांसद रंजीता कोली ने इस बारे में कहा कि, साधु विजय दास जी का आज निधन हो गया क्योंकि वह 500 दिनों से अधिक समय से धरने पर बैठे थे, लेकिन अवैध खनन के मुद्दे पर कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। कांग्रेस के शासन में प्रशासन कुछ नहीं कर रही। मुख्यमंत्री जी अपनी सीट बचाने के लिए खनन माफिया का साथ दे रहे हैं।

आपको बता दें कि, भरतपुर के डीग क्षेत्र में पहाड़ों में हो चल रहे अवैध खनन गतिविधियों के खिलाफ पसोपा में साधु-संतों ने आंदोलन किया है। साधु-संत अवैध खनन को बंद करने को लेकर लगातार मांग कर रहे हैं। इस आंदोलन के बीच बुधवार को संत विजय दास ने खुद को आग लगाकर आत्मदाह करने का प्रयास किया था। जिसके बाद अन्य साधु-संतों और पुलिस ने उन्हें बचाया और गंभीर हालत में जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिसके बाद इलाज के दौरान आज उनका निधन हो गया।

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