जयपुर, राजस्थान। सड़क में हो रही दुर्घटना कुछ समय से बढ़ती जा रही हैं। राजस्थान सरकार की परिवहन मंत्रालय की वेबसाइट से मिली जानकारी के मुताबिक अकेले 2020 में पूरे राजस्थान में 23 हजार से ऊपर सड़क हादसे हुए हैं, राजधानी जयपुर के ताजा आंकड़े के हिसाब से 2021 में 873 सड़क हादसे थे, लेकिन वह अब बढ़ कर 2022 में 1000 को भी पार कर चुका है। सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ोतरी देख राजस्थान सरकार के परिवहन विभाग ने एक नया प्लान बनाया हैं जिसमे राज्य के 65000 सरकारी विद्यालयों के पाठक्रम में अब रोड सेफ्टी (Road Safety) के विषय को जोड़ा जाएगा।
राजस्थान परिवहन विभाग का मानना है की अगर बच्चे रोड सेफ्टी की जानकारी स्कूल से ही प्राप्त कर आगे बढ़ते हैं तो आने वाले समय में दुर्घटना के आंकड़ों में गिरावट आ सकती है। रोड सेफ्टी को लेकर परिवहन विभाग पुरजोर कोशिश कर रहा है, जिसके अंतर्गत परिवहन विभाग सभी विद्यालयों में रोड सेफ्टी को लेकर अवेयरनेस कैंपेन चलाया जा रहा हैं। ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी भी इस कैंपेन में बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं और जगह जगह रोड सेफ्टी को लेकर आम जनता और विद्यालयों के छात्राओं को रोड सेफ्टी के बारे में अवगत करा रहे हैं।
सयुक्त परिवाहन एवं सड़क सुरक्षा आयुक्त निधि सिंह ने कहां की अगर रोड सेफ्टी का विषय अगर विद्यालयों में पढ़ाया जाए और बच्चे परिवाहन,यातायात और सड़क में चलने के नियमो को स्कूली स्तर में समझ सकेंगे तो आने वाले समय में सड़क दुर्घटना में कमी आ सकेगी तथा अपने वाहनों को बेहतर तौर से चलानें के साथ लाइसेंस लेते वक्त उन्हें पता होगा की दुपहिया और चौपहिया वाहन को कैसे चलाना हैं। इस प्लान से सड़क में पैदल चलने वालो की भी सुरक्षा बढ़ेगी। संयुक्त परिवहन आयुक्त निधि सिंह का मानना हैं की पाठ्यक्रम में रोड सेफ्टी के विषय को जोड़ने के बाद बच्चो को पैदल चलने वाले नियम जैसे सिग्नल की लाइट के बारे में या गाड़ी की रफ्तार कितनी होनी चाहिए जैसे विषयों के बारे में भी पता होगा। इस योजना के नतीजे आने में अभी समय लग सकता हैं।
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