मंत्री पद से हटाए जाने के बाद से ही राजेंद्र गुढ़ा लगातार गहलोत सरकार पर हमलावर है।
राजेंद्र गुढ़ा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अजमेर सेक्स स्कैंडल कांड का विलेन बताया है।
राजेंद्र गुढ़ा ने कांग्रेस नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
इस कांड में 100 से भी ज्यादा लड़कियों का यौन शोषण किया गया था।
राज एक्सप्रेस। राजस्थान में अगले कुछ महीने में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, लेकिन राजस्थान कांग्रेस में अंतर्कलह थमने का नाम नहीं ले रही है। बीते दिनों सरकार के खिलाफ बयानबाजी करने के चलते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने ही मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा को बर्खास्त कर दिया। मंत्री पद से हटाए जाने के बाद से ही राजेंद्र गुढ़ा लगातार गहलोत सरकार पर हमलावर है। यही नहीं राजेंद्र गुढ़ा ने बड़ा आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अजमेर सेक्स स्कैंडल कांड का विलेन बताया है। उन्होंने सवाल पूछा कि आखिर उस समय केंद्रीय मंत्री रहते हुए गहलोत प्रोटोकॉल तोड़कर एसपी से मिलने क्यों गए थे? यही नहीं राजेंद्र गुढ़ा ने गहलोत सरकार के कई मंत्रियों को बलात्कारी बताते हुए उनका नार्को टेस्ट करवाने की मांग की है। तो चलिए जानते हैं कि आखिर अजमेर सेक्स स्कैंडल क्या है, जिसको लेकर राजेंद्र गुढ़ा ने कांग्रेस नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
अजमेर सेक्स स्कैंडल को देश का सबसे बड़ा सेक्स कांड भी कहा जाता है। साल 1992 में सामने आए इस कांड में 100 से भी ज्यादा लड़कियों का यौन शोषण किया गया था। दरअसल हुआ यह कि अप्रैल 1992 में दैनिक नवज्योति में एक खबर छपी कि अजमेर के कुछ प्रभावशाली लोगों द्वारा कम उम्र की लड़कियों का बलात्कार किया जा रहा है। इसके कुछ दिनों बाद अखबार में लड़कियों की धुंधली तस्वीरें भी छापी गई, जिसमें लड़कियां आपत्तिजनक स्थिति में नजर आ रही थी। इस तस्वीरों के सामने आने से अजमेर में हड़कम्प मच गया। इसका कारण यह था कि इस कांड के तार अजमेर के सबसे रईस और प्रभावशाली चिश्ती परिवार के नफीस चिश्ती और फारुक चिश्ती से जुड़ रहे थे। फारुक चिश्ती अजमेर युवा कांग्रेस का अध्यक्ष था जबकि नफीस चिश्ती उपाध्यक्ष।
दरअसल आरोपी नफीस चिश्ती और फारुक चिश्ती स्कूल में पढ़ने वाली लड़कियों को अपना पैसा और रुतबा दिखाकर आकर्षित करते थे। उन्हें महंगे गिफ्ट देते थे। जब लड़की उनके जाल में फंस जाती तो उसे फार्महाउस ले जाकर बलात्कार करते। इस दौरान लड़की की अश्लील तस्वीरें खींचकर उससे दूसरी लड़की को जाल में फंसाने के लिए ब्लैकमेल करते। इस तरह लड़की मजबूरी में दूसरी लड़की को उनके जाल में फंसा देती। इस तरह 100 से भी ज्यादा लड़कियां उनका शिकार बन गई। इन लड़कियों को ब्लैकमेल करके इन्हें रसूखदार लोगों के पास भी भेजा जाता था।
दरअसल नफीस, फारुक सहित अन्य आरोपी लड़कियों की अश्लील तस्वीर का प्रिंट निकालने के लिए एक कलर लैब को रील भेजते थे। इसी लैब से लड़कियों की अश्लील तस्वीरें लीक हुई और मामले का खुलासा हुआ। इस स्कैंडल में कुल 18 आरोपी घेरे में आए। जिसमें फोटो लैब का मालिक और टेकनिशियन भी शामिल थे। वहीं तस्वीरें सामने आने के बाद कई लड़कियों ने आत्महत्या कर ली थी। वहीं कई परिवार अजमेर छोड़ने पर मजबूर हो गए थे।
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