जयपुर, राजस्थान। कांग्रेस के नेता अपनी ही पार्टी के नेता और पार्टी के कार्य बोलने से नहीं चूकते हैं। इसमें अब एक और नेता ने एंट्री मार दी है नाम रघु शर्मा जो की गुजरात कांग्रेस के प्रभारी हैं। गुजरात प्रभारी रघु शर्मा ने राजस्थान कांग्रेस पर सवाल उठाते हुए कहा- "मैं किसी के बारे में क्या टिप्पणी करू, हाईकमान सब देख रहा है। मैं मेरी बात कर सकता हूं, मैं पार्टी और हाईकमान का लॉयलिस्ट हूं। हम उम्मीद करते हैं पार्टी और हाईकमान के प्रति निष्ठा दिखाएं, संगठन के प्रति निष्ठा दिखाएं। व्यक्तिगत निष्ठाओं से पार्टियां नहीं चलती।" इस टिप्पणी को सीएम गहलोत की तरफ टारगेट किया हुआ माना जा रहा हैं।
राजस्थान प्रदेश प्रभारी से की मुलाकात-
आज रघु शर्मा जयपुर सर्किट हाउस में प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा से मिलने पहुंचे। यहां मुलाकात के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की। 25 सितंबर में विधायक दल की बैठक के बहिष्कार के मामले में एक्शन पेंडिंग होने के सवाल पर रघु शर्मा ने कहा कि "यह पार्टी हाईकमान को देखना है। राजस्थान में कांग्रेस का कार्यकर्ता हूं, गुजरात का प्रभारी हूं, वही मेरे हाईकमान ने मुझे जिम्मेदारी दी है, लेकिन किसी भी मैटर पर अंतिम फैसला हाईकमान ही लेता है, इस पर भी फैसला हाईकमान लेगा।"
सीएम बदलने की बात पर होती है बंद दरवाजों में चर्चा
रघु शर्मा ने कहा कि, सीएम बदलने वाली बातें कोई कैमरे पर कोई नहीं करता हैं। जब हम आमने सामने मिलते हैं तो सारी बातों पर चर्चा होती है। इस पर फैसला आलाकमान का होता है, क्योंकि मैं तो हमेशा 40 साल से मैं कांग्रेस हाईकमान का लॉयलिस्ट आदमी रहा हूं। जो भी हाईकमान आदेश देता है वही करता हूं। चाहे कोई घटना रही हो, हर बार हमारा स्टैंड क्लियर है। पार्टी हाईकमान जो फैसला करता है उसके साथ है।
ढाई साल हुए बर्बाद, संघठन अभी भी नहीं बना
बता दे कि, जिस बहिष्कार के मामले की रघु शर्मा बात कर रहे है वह इसी साल 25 सितंबर में हुआ था। 25 सितंबर को राजस्थान कांग्रेस की विधायक दल बैठक का आयोजन किया था, लेकिन गहलोत खेमे के कहे जाने विधायकों ने इस बैठक का बहिष्कार किया था जिसमे अभी तक कोई बातचीत नहीं की गई हैं। इसी बात पर रघु शर्मा ने अपनी नाराज़गी जताई हैं की पहले पेंडिंग मामलो की बातचीत होनी चाहिए उसके बाद ही आगे का एक्शन प्लान बनाना चाहिए।
रघु शर्मा के गुजरात से प्रभारी होते हुए कांग्रेस ने गुजरात ने इतिहास की सबसे बड़ी हार देखी थी लेकिन आज मीडिया से बातचीत करते हुए रघु शर्मा ने कहा कि "इसमें कोई दो राय नहीं है कि संगठन बनाने देर तो इतनी हो चुकी है, लेकिन अब मुझे लगता है कि आने वाले 15 दिन में सब का समाधान निकल जाएगा। नए प्रभारी सब से बात कर रहे हैं, जब से आए हैं कोशिश में लगे हुए हैं। हमारा दो ढाई साल का टाइम खराब हुआ, जिसमें संगठन नहीं बन पाया, जिला, ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति नहीं हो पाई। अब संगठन की नियुक्तियों की तैयारी है"।
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