राजस्थान, भारत। राजस्थान में अतिवृष्टि और बाढ़ से कई जिलों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिसके बाद राज्य की सरकार भी इस मामले में अलर्ट हो गई है। ऐसे में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने आज बाढ़ प्रभावित बूंदी जिले में अति प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। इसकी जानकारी उन्होंने अपने ट्विटर के जरिए दी है।
अशोक गहलोत ने किया हवाई सर्वेक्षण:
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज कोटा जिले के अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। यहां मंत्री शांति धारीवाल, परसादी लाल मीणा एवं स्थानीय विधायकों रामनारायण मीणा, भरत सिंह कुंदनपुर के साथ आमजन से मुलाकात कर अधिकारियों की बैठक लेकर स्थिति की समीक्षा की।
उन्होंने नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल, पीपलदा विधायक रामनारायण मीणा, सांगोद विधायक भरत सिंह कुंदनपुर के साथ कोटा जिले में राजस्थान-मध्य प्रदेश सीमा तक अतिवृष्टि के कारण बनी स्थिति का मुआयना किया।
बता दें कि, राजस्थान में बारिश से राज्यों के हालात बहुत खराब हो गए है। राजस्थान के हाड़ौती अंचल में बारिश के कारण हालात बहुत ही खराब हो गए हैं। कोटा, झालावाड़, बूंदी और बांरा जिले में जल प्रलय ने तबाही मची हुई है। धौलपुर जिले में 120 गांव चपेट में आ गए है, जबकि चंबल नदी का जल स्तर खतरे के निशान 15.81 मीटर पहुंच गया है। सेना और एसडीआरएफ राहत बचाव कार्य में लगे है।
धौलपुर में चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है:
जानकारी के लिए बता दें कि, राजस्थान के धौलपुर में चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बाढ़ की स्थिति से कई गांव प्रभावित हैं। सेना के द्वारा बचाव अभियान चल रहा है।
मेजर मोहित ढांडा ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि, "रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है, अभी तक 200 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया गया है। हमारी मेडिकल टीम हमारे साथ है।"
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