हाइलाइट्स :
सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या के आरोपियों पर 5-5 लाख का इनाम घोषित।
कार ड्राइवर ने हत्या के बाद भागे हुए आरोपियों को सुजानगढ़ छोड़ा था।
व्हाट्सअप पर स्टेटस को ज़ूम करके देखने पर ड्राइवर ने आरोपियों की पहचान की।
राजस्थान। राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद राजस्थान में राजपूत समाज ने जमकर विरोध किया था। सुखदेव गोगामेड़ी की हत्या में शामिल आरोपियों पर पुलिस ने 5 - 5 लाख का इनाम घोषित किया है। इसी बीच इस मामले में एक नया मोड़ आया है। ड्राइवर ने बताया कि उसने आरोपियों को सुजानगढ़ बस स्टैंड में छोड़ा था। ड्राइवर ने हत्या का वीडियो देख कर आरोपियों की पहचान की है।
दरअसल, सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या करने के बाद आरोपी कुचामन पहुंचे, फिर बस से डीडवाना पहुंचे। आरोपियों ने यहां से किराये की गाड़ी ली और सुजानगढ़ के लिए रवाना हो गए। उसके बाद आरोपी दिल्ली जाने वाली बस में बैठकर फरार हो गए। कार ड्राइवर ने बताया कि मंगलवार को मैं हॉस्पिटल में था, मै अपनी वाइफ को हॉस्पिटल लेकर गया था, तभी मेरे साथ रहने वाले लड़के का फ़ोन आया कि दो लोगों को सुजानगढ़ छोड़ना है। मैंने कहा मै छोड़ दूंगा। मेरे साथ दो लड़के भी थे क्यूंकि रात का टाइम था इसलिए मैंने उनको भी साथ में ले लिया था और दोनों को पिक कर लिया। इसके बाद हमलोग सुजानगढ़ के लिए निकल गए। उन्होंने मुझे पेट्रोल पंप पर 1500 रुपये दिए थे, जिसके बाद पेट्रोल भरवाकर हम लोग आगे के लिए निकल गए थे।
ड्राइवर ने आगे बताते हुए कहा कि कभी दोनों कह रहे थे चूरू छोड़ दो, कभी कह रहे थे सालासर छोड़ दो फिर कभी हिसार कह रहे थे तो मैंने पूछ लिया भैया आपको जाना कहां है, ये बता दो आप। उन्होंने कहा हिसार छोड़ दो, तो मैंने कहा ज्यादा पैसे लगेंगे। उन्होंने कहा कि कितने 15 - 20 हज़ार ही लगेंगे। तो कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन हमें हिसार छोड़ दो। इसके बाद मैंने मना कर दिया कि मेरे घर रात 10 बजे के बाद गाड़ी चलाने नहीं देते। इसके बाद हमने उन्हें सुजानगढ़ छोड़ दिया और वो बस ड्राइवर से बात करके बस पर सवार हो गए।
फिर देर रात मै घर पंहुचा। अगले दिन मेरी मम्मी जब दुकान पर नहीं गई तो मैंने उनसे पूछा कि क्या हो गया। आज आप दूकान पर नहीं आए। इसपर बताया कि आज मार्किट बंद है। जयपुर में कोई मर्डर हुआ है। इसके बाद मैंने व्हाट्सअप स्टेटस पर सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या का वीडियो देखा। जब मैंने ज़ूम करके देखा तो मै पहचान गया कि ये तो वही लड़के हैं जिन्हें मै सुजानगढ़ छोड़कर आया हूं। इसके बाद मैंने अपने घरवालों को पूरी बात बताई , फिर मै अपने अंकल के घर गया, पर यहां ताला लगा हुआ था। शाम होते ही मैंने अंकल को फ़ोन करके सारी बात बताई। इसके बाद डीडवाना थाना पहुंचकर मैंने सारी सच्चाई पुलिस को बता दी है। ड्राइवर ने यह भी बताया कि आरोपियों ने एहसास नहीं होने दिया कि वह कुछ अपराध करके आएं हैं।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।