राज एक्सप्रेस। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी और पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) आज 59 साल के हो गए हैं। हालांकि इस बार नवजोत सिंह सिद्धू का जन्मदिन पटियाला जेल में ही मनेगा, क्योंकि रोडरेज मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने सिद्धू को एक साल की सजा सुनाई है। 20 अक्टूबर 1963 को पंजाब के पटियाला में जन्में सिद्धू किसी समय भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के महत्वपूर्ण खिलाड़ी हुआ करते थे। क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद सिद्धू ने क्रिकेट कमेंट्री और टीवी पर भी काम किया। इसके अलावा सिद्धू ने राजनीति में भी हाथ आजमाया। पहले वह भाजपा के टिकट पर लोकसभा और राज्यसभा के सांसद रहे। इसके बाद कांग्रेस में शामिल होने पर पंजाब सरकार में मंत्री और फिर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष भी बने। हालांकि सिद्धू ने अपनी जीवन में कुछ ऐसी गलतियां की, जिसका उन्हें बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। अपनी ऐसी ही एक गलती के चलते वह इस वक़्त जेल में भी बंद हैं।
बाजवा को लगाया गले :
नवजोत सिंह सिद्धू 18 अगस्त 2018 को इमरान खान (Imran Khan) के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पाकिस्तान (Pakistan) पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तानी आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा को गले लगाया। सिद्धू के इस कदम की भारत में जमकर आलोचना हुई थी। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) ने भी सिद्धू के इस कदम को कदम को गलत करार दिया था।
पाकिस्तान की पैरवी :
पुलवामा हमले के बाद सिद्धू ने पाकिस्तान की पैरवी करते हुए कहा था कि, ‘क्या कुछ लोगों की करतूत के लिए पूरे देश को जिम्मेदार ठहराना सही है।’ सिद्धू के इस बयान पर इतना विरोध हुआ था कि उन्हें कपिल शर्मा के शो से बाहर होना पड़ा था।
कप्तान से झगड़ा :
साल 1996 में इंग्लैंड दौरे के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू की कप्तान अजहरुद्दीन (Mohammad Azharuddin) से किसी बात को लेकर बहस हो गई। इससे सिद्धू इतना नाराज हो गए कि वह इंग्लैंड दौरा बीच में छोड़कर भारत आ गए।
अमरिंदर सिंह से बगावत :
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष रहे सिद्धू ने अपनी ही सरकार के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। दरअसल अमरिंदर सिंह को हटाकर सिद्धू खुद मुख्यमंत्री बनना चाहते थे, लेकिन कांग्रेस आलाकमान ने चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) को सीएम बना दिया। इस तरह अमरिंदर सिंह से बगावत करके सिद्धू मुख्यमंत्री तो नहीं बन पाए उल्टा पंजाब में कांग्रेस की सत्ता जरूर चली गई।
बुजुर्ग से झगड़ा :
साल 1988 में सिद्धू ने कार पार्किंग को लेकर 65 साल के बुजुर्ग गुरनाम सिंह के साथ झगड़ा किया था। इस झगड़े के बाद गुरनाम सिंह को दिल का दौरा पड़ा और उनकी मौत हो गई। इसी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धू को एक साल की सजा सुनाई है।
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