Honeypreet Bail Priyanka Sahu -RE
पंजाब

देशद्रोह का आरोप हटने से डेरा सच्चा सौदा की राजदार आजाद

पंचकूला दंगा और हिंसा मामले की मुख्‍य आरोपी व बाबा गुरमीत राम रहीम की सबसे बड़ी राजदार व मुंहबोली बेटी हनीप्रीत लाखों के बॉन्ड भरने पर पंचकुला कोर्ट से बड़ी राहत मिली, वह जेल से बाहर आ गई हैै।

Priyanka Sahu

राज एक्‍सप्रेस। वर्ष 2017 में सबसे ज्‍यादा सुर्खियों में बने दुष्कर्म के आरोपी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के जेल जाने के बाद पंचकूला में हुई हिंसा मामले में राम रहीम की सबसे बड़ी राजदार या कहे मुंहबोली बेटी हनीप्रीत को भी जेल जाना पड़ा था, 24 महीने 24 दिन बाद अब वर्ष 2019 में 6 अक्‍टूबर को अंबाला की सेंट्रल जेल से रिहा (Honeypreet Bail) हो गई हैं।

लाखों के बॉन्ड भरने पर मिली जमानत :

देशद्रोह का आरोप हटने के बाद हनीप्रीत को पंचकूला कोर्ट से बड़ी राहत मिली है, एक-एक लाख के 2 बेल बॉन्ड पर हनीप्रीत की जमानत हुई है एवं रिहाई से पहले सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे। गौर करने वाली बात है कि, जब सच्चा सौदा की राजदार जेल से आजाद हुई तो, हनीप्रीत का काफिला उसी तरह चला जैसे राम रहीम का चला करता था, काफिले में 20 किलोमीटर के अंतराल में ही 30 गाड़ियां शामिल हो गईं।

पंचकूला कोर्ट का बड़ा फैसला :

  • पंचकूला कोर्ट से बुधवार शाम करीब 4.30 बजे हनीप्रीत उर्फ प्रियंका तनेजा की जमानत के आदेश पहुंचे थे।

  • इसके बाद करीब आधे घंटे बाद हनीप्रीत की मां एवं भाई-भाभी पहुंच गए। रिकॉर्ड में उसे भाई साहिल तनेजा के सुपुर्द किया गया।

  • 5.40 बजे सेंट्रल जेल के गेट से बाहर निकली।

  • जब हनीप्रीत जेल से बाहर आई तो, चेहरे पर पुरानी चमक व होठों पर मुस्कान थी और पीले कलर का सूट पहना था।

समर्थकों ने किया हनीप्रीत का भव्य स्वागत :

हालांकि, हनीप्रीत जमानत मिलने के तुरंत बाद सीधे राम रहीम की गुफा में पहुंची, उनका काफिला बुधवार देर शाम जेल से सिरसा के लिए रवाना हुआ, सिरसा पहुंचते ही वह सीधे डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की गुफा में पहुंची, जहां समर्थकों ने उसका भव्य स्वागत किया और पटाखे जलाए। हनीप्रीत की जमानत की खबर मिलते ही डेराप्रेमियों की खुशियों का ठिकाना नहीं रहा और इसे इंसाफ की जीत बताते हुए कहा कि, ''हनीप्रीत को झूठे केस में फंसाया गया था।''

कब हुई थी गिरफ्तारी :

बताते चलें कि, साध्वी से रेप केस में 25 अगस्त 2017 को राम रहीम की गिरफ्तारी के बाद पंचकूला में जो हिंसा भड़की थी, उसमें हनीप्रीत को मुख्य साजिशकर्ता बनाया गया था, पंचकुला हिंसा के 38 दिन बाद यानी 3 अक्टूबर, 2017 को डेरा मुखी की करीबी हनीप्रीत गिरफ्तारी हुई थी। पंचकूला सेक्टर 5 थाने के तहत फिर नंबर 345 के तहत उस पर पंचकूला कोर्ट में सुनवाई चल रही थी।

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