राज एक्सप्रेस। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एजुकेशन (National Institute of Nursing Education), PGIMER, चंडीगढ़ के 36 नर्सिंग छात्रों को एक सप्ताह के लिए छात्रावास से बाहर जाने से रोक दिया गया, क्योंकि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात के 100वें एपिसोड के प्रसारण के लिए आयोजित कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए थे। नर्सिंग कॉलेज के अधिकारियों ने 3 मई को एक आदेश जारी कर 28 तृतीय वर्ष और आठ प्रथम वर्ष के छात्रों को सूचित किया कि उन्हें एक सप्ताह के लिए छात्रावास से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
बता दें कि संस्थान की प्रिंसिपल डॉ. सुखपाल कौर ने 3 मई को सूचना जारी की थी। प्रथम वर्ष के 28 और तृतीय वर्ष के आठ छात्र उन छात्रों की सूची में हैं, जिन्हें छात्रावास से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। नोटिस में कहा गया है कि PGIMER के निदेशक के निर्देशानुसार छात्रों और छात्रावास समन्वयक को संदेश भेजा गया कि प्रथम और तृतीय वर्ष के छात्रों को मन की बात के 100वें एपिसोड में विशेष कार्यक्रम में शामिल होना अनिवार्य है। नोटिस के द्वारा एक चेतावनी जारी की गई थी कि, "मन की बात के 100 वें एपिसोड में शामिल नहीं होने वाले छात्रों का Walkout रद्द कर दिया जाएगा।" इसके बावजूद 36 छात्र कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए।
डॉ. कौर के अनुसार, "अनुशासन बनाए रखने के लिए कार्रवाई की गई है, क्योंकि छात्रों को विभाग में नियमित रूप से आयोजित होने वाले कई अतिथि व्याख्यानों में भाग लेना पड़ता है।
डॉ कौर ने कहा, "संस्थान में हर कोई पूरी ईमानदारी के साथ एक टीम के रूप में काम करता है और यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस कार्रवाई को गलत समझा जा रहा है।"
चंडीगढ़ यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मनोज लुबाना ने एक बयान में इस मुद्दे को "तानाशाही निर्णय" कहा। उन्होंने कहा कि PGIMER का इरादा 36 छात्राओं को दंडित करना और परेशान करना था और दावा किया कि प्रशासन के दबाव में छात्राओं के खिलाफ कार्रवाई की गई। उन्होंने आगे कहा कि अगर इस फैसले से भविष्य में छात्रों के शैक्षणिक जीवन पर असर पड़ता है तो युवा कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी और बड़े स्तर पर विरोध करेगी।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।