हाइलाइट्स :
तेजस एयरक्राफ्ट को ग्रुप कैप्टन देबंजन मंडल ने उड़ाया था।
LCA MK - 2 के विकास के लिए 9000 करोड़ रुपये से अधिक की मंजूरी।
PM ने सेना, DRDO और HAL को दी शुभकामनाएं।
दिल्ली। मेहनत और लगन के कारण हम आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में विश्व में किसी से कम नहीं हैं। यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेजस एयरक्राफ्ट में उड़ान भरने के बाद अपने अनुभव को साझा करते हुए कही। प्रधानमंत्री मोदी तेजस जेट की सुविधा सहित विनिर्माण की प्रक्रिया की समीक्षा करने बेंगलुरु के दौरे पर थे। तेजस एयरक्राफ्ट को भारतीय वायु सेना के टेस्ट पायलेट ग्रुप कैप्टन देबंजन मंडल (Group Captain Debanjan Mandal) ने उड़ाया था। प्रधानमंत्री ने तेजस में कुल 45 मिनट की उड़न भरी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट (एक्स) से तेजस एयरक्राफ्ट में उड़ान के अपने अनुभव को साझा करते हुए लिखा कि, मैं आज तेजस में उड़ान भरते हुए अत्यंत गर्व के साथ कह सकता हूं कि हमारी मेहनत और लगन के कारण हम आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में विश्व में किसी से कम नहीं हैं। भारतीय वायुसेना, DRDO और HAL के साथ ही समस्त भारतवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं।
तेजस विमान भारत सरकार के रक्षा के क्षेत्र में स्वदेशी को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है है। तेजस का पहला संस्करण 2016 में IAF में शामिल किया गया था। वर्तमान में, IAF के दो स्क्वाड्रन, 45 स्क्वाड्रन और 18 स्क्वाड्रन, LCA तेजस के साथ पूरी तरह से परिचालन में हैं। 83 LCA Mk 1A विमानों की डिलीवरी के लिए 36,468 करोड़ रुपये का ऑर्डर HAL को दिया गया है। इसकी डिलीवरी फरवरी 2024 से शुरू होनी है। LCA MK 2 के विकास के लिए 9000 करोड़ रुपये से अधिक की मंजूरी दी गई है।
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