दिल्ली, भारत। भारतीय राजनीति के शिखर पुरुष प्रणब मुखर्जी का 84 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह चले हैं, आज दोपहर में ही उनका अंतिम संस्कार हुआ, कृतज्ञ राष्ट्र ने नम आंखों से उनको अंतिम विदाई दी। वहीं अपने पिता जी के निधन हो जाने पर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे तथा पूर्व सांसद अभिजीत मुखर्जी ने दुख जताया है।
मुखर्जी के बेटे अभिजीत ने कहा :
प्रणब मुखर्जी के बेटे तथा पूर्व सांसद अभिजीत मुखर्जी नेे बताया, ''उन्होंने पश्चिम बंगाल के जांगीपुर स्थित आवास के एक तल को पिता की याद में संग्रहालय-सह-पुस्तकालय में तब्दील करने की योजना बनाई है। मैं अपने पिता की निजी वस्तुएं, विशेषकर उनकी पुस्तकों और उपहारों जैसे साज-सज्जा की चीजों को एकत्रित करके उन्हें इस संग्रहालय में रखूंगा।''
मैं एक डाक टिकट का आग्रह करता हूं... यदि सरकार सहमत होती है, तो मुझे इससे बेहद खुशी होगी।अभिजीत मुखर्जी
हालांकि अभिजीत को इस बात का दुख है कि, "उनके पिता इस घर में लंबे समय तक नहीं रह पाए। जब तक घर बनकर तैयार हुआ तब तक वह एक बड़े आवास राष्ट्रपति भवन में चले गए।"
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का सोमवार शाम को दिल्ली छावनी स्थित सेना के रिसर्च ऐंड रेफरल अस्पताल में निधन हो गया था, वह 21 दिनों से अस्पताल में भर्ती थे।
बता दें कि, प्रणब मुखर्जी, प्रणब दा के नाम से मशहूर थे और उन्होंने कुशल राजनेता के साथ एक ईमानदार राष्ट्रपति की छवि में प्रणब दा ने पूरी निष्ठा से अपनी सभी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया। प्रणब दा के देहांत होने के बाद से पूरे देश में शोक की लहर है, सियासी जगत में एक विराट शून्य बना है, जिसकी भरपाई अब नहीं हो सकेगी।
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