उत्तराखंड, भारत। देशभर में कोरोना महामारी के हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। हर दिन लाखों लोग इस वायरस की चपेट में आ रहे हैं, सैकड़ों लोगों की जान जा रही है और आस्था और विश्वास का महाकुंभ भी कोरोना से अछूता नहीं रहा। उत्तराखंड के हरिद्वार कुंभ मेले में भी कोरोना का साया पड़ने से कोहराम मचा हुआ है। इस दौरान आज सुबह-सुबह प्रधानमंत्री ने आचार्य महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी अवधेशानंद गिरि जी से फोन पर बात की है और संत समाज से कुंभ को लेकर ये अपील की है।
PM ने सभी संतों के स्वास्थ्य का जाना हाल :
दरअसल, आज शनिवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट के जरिए जानकारी साझा करते हुए यह बताया कि, "आचार्य महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी अवधेशानंद गिरि जी से आज फोन पर बात की। सभी संतों के स्वास्थ्य का हाल जाना। सभी संतगण प्रशासन को हर प्रकार का सहयोग कर रहे हैं। मैंने इसके लिए संत जगत का आभार व्यक्त किया।''
मैंने प्रार्थना की है कि दो शाही स्नान हो चुके हैं और अब कुंभ को कोरोना के संकट के चलते प्रतीकात्मक ही रखा जाए। इससे इस संकट से लड़ाई को एक ताकत मिलेगी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
जीवन की रक्षा पुण्य का काम है
तो वहीं, PM मोदी द्वारा की गई अपील का जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी अवधेशानंद गिरि ने सम्मान किया है। अवधेशानंद गिरी जी महाराज ने पीएम के आह्वान पर कहा- माननीय प्रधानमंत्री जी के आह्वान का हम सम्मान करते हैं, जीवन की रक्षा पुण्य का का है। मेरा धर्म परायण जनता से आग्रह है कि, कोविड की परिस्थितियों को देखते हुए भारी संख्या में स्नान के लिए न आएं एवं नियमों का निर्वहन करें।
बता दें कि, हरिद्वार महाकुंभ में शाही व पर्व स्नान के दिन गंगा लाखों की संख्या में साधु संत और आम श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई थी, जिससे बाद से कई संत कोरोना से संक्रमित होने के पुष्टि हो रही है। इन सबके बीच निरंजनी और आनंद अखाड़े ने महाकुंभ से हटने का फैसला किया है।
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