राज एक्सप्रेस। आज 14 अगस्त को भारत ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के रूप में मना रहा है। 14 अगस्त 1947 की तारीख को भुलाया नहीं जा सकता है। उस दिन जहां 200 साल की ब्रिटिश गुलामी के बाद भारत आजाद हो रहा था, तो वहीं इस देश का बंटवारा भी होने जा रहा था। भारत और पाकिस्तान के अलग-अलग होने की कहानी दर्दनाक रही। ऐसे में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पहले भारत-पाकिस्तान बंटवारे को याद किया। इसके साथ ही पीएम ने विभाजन के दौरान जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी है।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कही यह बात:
बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल घोषणा की थी कि, 14 अगस्त को लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के तौर पर मनाया जाएगा। ऐसे में आज उन्होंने विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर उन सभी लोगों को याद किया और श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने विभाजन के दौरान अपनी जान गंवा दी।
पीएम मोदी ने अपने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए कहा कि, "आज ‘विभाजन भयावह स्मृति दिवस’ पर मैं उन सभी लोगों को श्रद्धांजलि देता हूं, जिन्होंने विभाजन के दौरान अपनी जान गंवाई और हमारे इतिहास के उस दुखद दौर में पीड़ित सभी लोगों के लचीलेपन और धैर्य की सराहना करता हूं।"
अमित शाह ने कही यह बात:
वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए लिखा है, "1947 में हुआ देश का विभाजन भारतीय इतिहास का वो अमानवीय अध्याय है जिसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। विभाजन की हिंसा और घृणा ने लाखों लोगों की जान ले ली व असंख्य लोगों को विस्थापित करवाया। आज 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' पर विभाजन का दंश झेलने वाले लाखों लोगों को नमन करता हूँ।"
उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा है, "विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' देश की युवा पीढ़ी को विभाजन के दौरान लोगों द्वारा सही गई यातना एवं वेदना का स्मरण करवाएगा और देशवासियों को देश में सदा शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए प्रेरित भी करता रहेगा। विभाजन विभीषिका।"
राजनाथ सिंह ने भी अर्पित की श्रद्धांजलि:
वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' पर विभाजन के दौरान जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है, "विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ पर मैं उन सभी लोगों को स्मरण करते हुए अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ, जिन्हें देश के विभाजन के समय अपनी ज़िंदगी गँवानी पड़ी। जिन्होंने विभाजन की पीड़ा न भूल पाने के बावजूद एक नई शुरुआत की उन्हें भी नमन है। यह देश विभाजन की विभीषिका कभी नहीं भूलेगा।"
आपको बता दें कि, 1947 में विभाजन के दौरान हुए साम्प्रदायिक दंगों में लाखों लोग विस्थापित हुए थे और बड़ी संख्या में लोग मारे गए थे। देश के इतिहास में 14 अगस्त की तारीख आंसुओं से लिखी गई है। यही वह दिन था, जब देश का विभाजन हुआ और 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान तथा 15 अगस्त, 1947 को भारत को एक पृथक राष्ट्र घोषित कर दिया गया।
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