Mann Ki Baat : आज 30 अक्टूबर को इस माह का आखिरी रविवार है। हर बार की तरह इस बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक प्रसिद्ध रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के माध्यम से राष्ट्र को संबोधित कर रहे है। यह PM मोदी के मन की बात कार्यक्रम का 94वां संस्करण है।
सूर्य उपासना का महापर्व छठ मनाया जा रहा है :
मन की बात कार्यक्रम के 94वें संस्करण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा- आज देश के कई हिस्सों में सूर्य उपासना का महापर्व छठ मनाया जा रहा है। छठ पर्व का हिस्सा बनने के लिए लाखों श्रद्धालु अपने गांव, अपने घर, अपने परिवार के बीच पहुंचे हैं। मेरी प्रार्थना है कि छठ मैया सबकी समृद्धि, सबके कल्याण का आशीर्वाद दें। सूर्य उपासना की परंपरा इस बात का प्रमाण है कि हमारी संस्कृति, हमारी आस्था का, प्रकृति से कितना गहरा जुड़ाव है। इस पूजा के जरिये हमारे जीवन में सूर्य के प्रकाश का महत्व समझाया गया है। साथ ही ये सन्देश भी दिया गया है कि उतार-चढ़ाव, जीवन का अभिन्न हिस्सा है।
छठ का पर्व 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' का भी उदाहरण है। आज बिहार और पूर्वांचल के लोग देश के जिस भी कोने में हैं, वहां धूमधाम से छठ का आयोजन हो रहा है। दिल्ली, मुंबई समेत महाराष्ट्र के अलग-अलग जिलों और गुजरात के कई हिस्सों में छठ का बड़े पैमाने पर आयोजन होने लगा है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
PM मोदी के मन की बात की प्रमुख बातें-
पहले गुजरात में उतनी छठ पूजा नहीं होती थी, लेकिन समय के साथ आज करीब-करीब पूरे गुजरात में छठ पूजा के रंग नजर आने लगे हैं। ये देखकर मुझे भी बहुत खुशी हो रही है। आजकल हम देखते हैं, विदेशों से भी छठ पूजा की कितनी भव्य तस्वीरें आती हैं।
सूर्य देव का ये वरदान है - 'सौर ऊर्जा' Solar Energy आज एक ऐसा विषय है, जिसमें पूरी दुनिया अपना भविष्य देख रही है और भारत के लिए तो सूर्य देव सदियों से उपासना ही नहीं, जीवन पद्धति के भी केंद्र में रह रहे हैं।
भारत, आज अपने पारंपरिक अनुभवों को आधुनिक विज्ञान से जोड़ रहा है, तभी, आज हम, सौर ऊर्जा से बिजली बनाने वाले सबसे बड़े देशों में शामिल हो गए हैं। सौर ऊर्जा से कैसे हमारे देश के गरीब और मध्यम वर्ग के जीवन में बदलाव आ रहा है, वो भी अध्ययन का विषय है।
आपने कुछ दिन पहले, देश के पहले सूर्य ग्राम- गुजरात के मोढेरा की खूब चर्चा सुनी होगी। मोढेरा सूर्य ग्राम के ज्यादातर घर, सोलर पावर से बिजली पैदा करने लगे हैं। अब वहां के कई घरों में महीने के आखिर में बिजली का बिल नहीं आ रहा, बल्कि, बिजली से कमाई का cheque आ रहा है।
हमारा देश, Solar Sector के साथ ही space sector में भी कमाल कर रहा है। पूरी दुनिया, आज भारत की उपलब्धियां देखकर हैरान है। भारत ने एक साथ 36 Satellites को अंतरिक्ष में स्थापित किया है। दीपावली से ठीक एक दिन पहले मिली ये सफलता एक प्रकार से ये हमारे युवाओं की तरफ से देश को एक स्पेशल दिवाली गिफ्ट है।
मुझे वो पुराना समय भी याद आ रहा है, जब भारत को Cryogenic Rocket Technology देने से मना कर दिया गया था। लेकिन भारत के वैज्ञानिकों ने ना सिर्फ स्वदेशी technology विकसित की बल्कि आज इसकी मदद से एक साथ दर्जनों satellites अंतरिक्ष में भेज रहा है।
इस launching के साथ भारत Global commercial market में एक मजबूत player बनकर उभरा है, इससे, अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत के लिए अवसरों के नए द्वार भी खुले हैं।
भारत में पहले space sector, सरकारी व्यवस्थाओं के दायरे में ही सिमटा हुआ था। जब ये space sector भारत के युवाओं के लिए, भारत के private sector के लिए, खोल दिया गया तब से इसमें क्रांतिकारी परिवर्तन आने लगे हैं।
भारतीय Industry और Start-ups इस क्षेत्र में नए-नए Innovations और नई-नई Technologies लाने में जुटे हैं। विशेषकर, IN-SPACe के सहयोग से इस क्षेत्र में बड़ा बदलाव होने जा रहा है।
IN-SPACe के जरिए गैर–सरकारी कंपनियों को भी अपने Payloads और Satellite launch करने की सुविधा मिल रही है। मैं अधिक से अधिक Start-ups और Innovator से आग्रह करूंगा कि वे space sector में भारत में बन रहे इन बड़े अवसरों का पूरा लाभ उठाएं।
कई बार हम देखते हैं कि जब Student Power की बात होती है, तो इसको छात्रसंघ चुनावों से जोड़कर उसका दायरा सीमित कर दिया जाता है। लेकिन Student power का दायरा बहुत बड़ा है, बहुत विशाल है Student power भारत को Powerful बनाने का आधार है।
आज जो युवा हैं, वही तो भारत को 2047 तक लेकर जाएंगे। जब भारत शताब्दी मनायेगा, युवाओं की ये शक्ति, उनकी मेहनत, उनका पसीना, उनकी प्रतिभा, भारत को उस ऊंचाई पर लेकर जाएगी, जिसका संकल्प देश आज ले रहा है।
हमारे आज के युवा, जिस तरह देश के लिए काम कर रहे हैं, Nation building में जुट गए हैं, वो देखकर मैं बहुत भरोसे से भरा हुआ हूं। जिस तरह हमारे युवा हैकाथॉन में problem solve करते हैं, रात-रात भर जागकर घंटों काम करते हैं, वो बहुत ही प्रेरणा देने वाला है।
मैंने लाल किले से 'जय अनुसंधान' का आह्वान किया था। मैनें इस दशक को भारत का Techade बनाने की बात भी कही थी। मुझे ये देखकर बहुत अच्छा लगा, इसकी कमान हमारी IITs के students ने भी संभाल ली है।
मैं देश के अलग–अलग हिस्सों में पर्यावरण संरक्षण को लेकर बढ़ रहे उत्साह को देखकर बहुत ही खुश हूँ। कुछ दिन पहले ही, भारत में, पर्यावरण की रक्षा के लिए समर्पित मिशन Life को भी लॉन्च किया गया है। मिशन LiFE का सीधा सिद्धांत है – ऐसी जीवनशैली, ऐसी लाइफस्टाइल को बढ़ावा, जो पर्यावरण को नुकसान ना पहुंचाए, पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता, हमारे समाज के कण-कण में समाहित है और इसे हम अपने चारों ओर महसूस कर सकते हैं। देश में ऐसे लोगों की कमी नहीं, जो पर्यावरण की रक्षा के लिए अपना जीवन खपा देते हैं।
आपको यह जानकर खुशी होगी कि, भारत में राष्ट्रीय खेलों का अब तक का सबसे बड़ा आयोजन था। इसमें 36 खेलों को शामिल किया गया, जिसमें, 7 नई और दो स्वदेशी स्पर्धा योगासन और मल्लखम्ब भी शामिल रही।
31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस :
उन्हाेंने बताया कि, ''31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस है, सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जन्म-जयन्ती का पुण्य अवसर है। इस दिन देश के कोने-कोने में रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया जाता है। ये देश में एकता के सूत्र को मजबूत करती है, हमारे युवाओं को प्रेरित करती है।''
जुड़ेगा इंडिया तो जीतेगा इंडिया :
मन की बात में PM मोदी ने कहा- ‘जुड़ेगा इंडिया तो जीतेगा इंडिया’ इस थीम के साथ राष्ट्रीय खेलों ने जहाँ एकता का मजबूत सन्देश दिया, वहीं भारत की खेल संस्कृति को भी बढ़ावा देने का काम किया है।
आने वाले दिनों में कई राज्य, अपने राज्य दिवस भी मनाएंगे आंध्र प्रदेश अपना स्थापना दिवस मनाएगा, केरला पिरावि मनाया जाएगा। कर्नाटका राज्योत्सव मनाया जाएगा। इसी तरह मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और हरियाणा भी अपने राज्य दिवस मनाएंगे।
हमें हमारे गुरुओं के विचारों से लगातार सीखना है, उनके लिए समर्पित रहना है। इसी दिन कार्तिक पूर्णिमा का भी है। इस दिन हम तीर्थों में, नदियों में, स्नान करते हैं - सेवा और दान करते हैं। मैं आप सभी को इन पर्वों की हार्दिक बधाई देता हूँ।
आने वाली 8 नवम्बर को गुरुपुरब है। गुरु नानक जी का प्रकाश पर्व जितना हमारी आस्था के लिए महत्वपूर्ण है, उतना ही हमें इससे सीखने को भी मिलता है। गुरु नानकदेव जी ने अपने पूरे जीवन, मानवता के लिए प्रकाश फैलाया।
मैं आपको ये भी बताना चाहता हूँ कि, एक नवम्बर यानी परसों, मैं गुजरात-राजस्थान के बॉर्डर पर मौजूदा मानगढ़ में रहूँगा। भारत के स्वतंत्रता संग्राम और हमारी समृद्ध आदिवासी विरासत में मानगढ़ का बहुत ही विशिष्ट स्थान रहा है।
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