Independence Day 2021: पूरा देश आज 15 अगस्त को अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने का समारोह मना रहा है। इसी बीच देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया और फिर लाल किले की प्राचीर से ही देश को संबोधित किया। इस दौरान स्वतंत्रता दिवस पर उन्होंने कुल 88 मिनट के भाषण में इन अहम बातों पर जोर दिया और इन मुद्दों का जिक्र किया।
लोकतंत्र को प्रेम करने वालों को बहुत-बहुत बधाई :
स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण की शुरूआत में कहा- आजादी के अमृत महोत्सव, 75वें स्वतंत्रता दिवस की सभी देशवासियों को और विश्व भर में भारत को प्रेम करने वालों, लोकतंत्र को प्रेम करने वालों को बहुत-बहुत बधाई। असंख्य लोगों ने भारत की यात्रा में योगदान दिया है और देश को आगे बढ़ाया है। मैं ऐसे सभी लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
भारत ने सदियों तक मातृ-भूमि, संस्कृति और आजादी के लिए संघर्ष किया है। आजादी की ललक इस देश ने सदियों तक छोड़ी नहीं। जय-पराजय आते रहे, लेकिन मन मंदिर में बसी आजादी की आकांक्षा कभी खत्म नहीं होने दी।PM मोदी
PM मोदी ने विभाजन भयावह स्मृति दिवस का किया जिक्र :
PM मोदी ने अपने संबोधन में कहा- कल भारत ने भावनात्मक फैसला लिया है। 1947 में विभाजन से प्रभावित लोगों की याद में 14 अगस्त को विभाजन भयावह स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाएगा। हम आजादी का जश्न मनाते हैं, लेकिन बंटवारे का दर्द आज भी हिंदुस्तान के सीने को छलनी करता है। यह पिछली शताब्दी की सबसे बड़ी त्रासदी में से एक है। अब से 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में याद किया जाएगा।
भारत में दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन प्रोग्राम चल रहा :
PM मोदी ने बताया, ''हमने पोलियो का टीका लगवाने में इतना समय लगा दिया था, लेकिन आज हम गर्व से कह सकते हैं कि, भारत में दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन प्रोग्राम चल रहा है। 54 करोड़ से अधिक वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है। कोरोना वैश्विक महामारी में हमारे डॉक्टर, हमारे नर्सेस, हमारे पैरामेडिकल स्टाफ, सफाईकर्मी, वैक्सीन बनाने मे जुटे वैज्ञानिक हों, सेवा में जुटे नागरिक हों, वे सब भी वंदन के अधिकारी हैं।''
PM मोदी ने ओलंपिक का किया जिक्र :
इस दौरान ओलंपिक का जिक्र करते हुए कहा- ऑलंपिक में भारत की युवा पीढ़ी ने भारत का नाम रोशन किया है। मैं आज देशवासियों को कहता हूं कि, हमारे खिलाड़ियों के सम्मान में कुछ पल तालियां बजाएं और उनका सम्मान करें।
स्वतंत्रता दिवस पर PM मोदी के संबोधन की प्रमुख बातें-
भारत की विकास यात्रा का समय आ गया है। हमें नई दहलीज, नए सपने और नई आकांक्षाएं बनानी हैं। हमें अगले 25 वर्षों को गौरवशाली बनाना है। अमृत काल 25 साल तक चलेगा। हालांकि, हमें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए 25 साल तक इंतजार नहीं करना चाहिए। हमें अभी काम पर लग जाना चाहिए! राष्ट्र को बदलने की जरूरत है और हमें बदलते समय के अनुसार नागरिकों के रूप में भी बदलने की जरूरत है।
हर देश की विकासयात्रा में एक समय ऐसा आता है, जब वो देश खुद को नए सिरे से परिभाषित करता है, खुद को नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ाता है। भारत की विकास यात्रा में भी आज वो समय आ गया है।
पिछले 7 वर्षों में, करोड़ों गरीबों को कई पहलों का लाभ मिला है। उज्ज्वला से लेकर आयुष्मान भारत और भी कई जरूरतमंदों को फायदा हुआ है। पहले की तुलना में हम तेज गति से आगे बढ़े हैं। अब हमें एक संतृप्ति बिंदु तक पहुंचने की जरूरत है।
भारत के इतिहास में सड़क किनारे बेचने वालों के बारे में कभी किसी ने नहीं सोचा।
हम उन्हें स्वानिधि योजना के माध्यम से बैंकिंग सेवाओं से जोड़ रहे हैं और उन्हें ऋण के साथ मदद कर रहे हैं। देश 'हर घर जल' मिशन पर काम कर रहा है। केवल 2 वर्षों में 4.5 करोड़ से अधिक परिवारों को पाइप से पानी मिलना शुरू हो गया है।
हमें नए संकल्पों को आधार बनाकर चल पड़ना है। यहां से शुरू होकर अगले 25 वर्ष की यात्रा नए भारत के सृजन का अमृत-काल है। इस अमृत-काल में हमारे संकल्पों की सिद्धि, हमें आजादी के 100 वर्ष तक ले जाएगी।
सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास, इसी श्रद्धा के साथ हम सब जुटे हुए हैं। आज लाल किले की प्राचीर से मैं आह्वान कर रहा हूं- सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास और अब सबका प्रयास, हमारे हर लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
महामारी के समय भारत जिस तरह से 80 करोड़ देशवासियों को महीनों तक लगातार मुफ्त अनाज देकर गरीब के चूल्हे को जलते रखा है, ये भी दुनिया के लिए अचरज भी है और चर्चा का विषय भी है।
संकल्प तब तक अधूरा होता है, जब तक संकल्प के साथ परिश्रम और पराक्रम की पराकाष्ठा न हो। इसलिए हमें हमारे सभी संकल्पों को परिश्रम और पराक्रम की पराकाष्ठा करके सिद्ध करके ही रहना है।
सरकार अपनी योजनाओं के तहत जो चावल गरीबों को देती है, उसे फोर्टिफाई करेगी, गरीबों को पोषणयुक्त चावल देगी। राशन की दुकान पर मिलने वाला चावल हो, मिड डे मील में मिलने वाला चावल हो, वर्ष 2024 तक हर योजना के माध्यम से मिलने वाला चावल फोर्टिफाई कर दिया जाएगा।
लद्दाख भी विकास की अपनी असीम संभावनाओं की तरफ आगे बढ़ चला है। एक तरफ लद्दाख, आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण होते देख रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ ‘सिंधु सेंट्रल यूनिवर्सिटी’ लद्दाख को उच्च शिक्षा का केंद्र भी बनाने जा रही है।
सभी के सामर्थ्य को उचित अवसर देना, यही लोकतंत्र की असली भावना है। जम्मू हो या कश्मीर, विकास का संतुलन अब ज़मीन पर दिख रहा है। जम्मू-कश्मीर में डी-लिमिटेशन कमीशन का गठन हो चुका है और भविष्य में विधानसभा चुनावों के लिए भी तैयारी चल रही है।
हमारा पूर्वी भारत, नॉर्थ ईस्ट, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख सहित पूरा हिमालय का क्षेत्र हो, हमारी कोस्टल बेल्ट या फिर आदिवासी अंचल हो, ये भविष्य में भारत के विकास का बड़ा आधार बनेंगे। आज नॉर्थ ईस्ट में कनेक्टिविटी का नया इतिहास लिखा जा रहा है।
21वीं सदी में भारत को नई ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए भारत के सामर्थ्य का सही इस्तेमाल, पूरा इस्तेमाल जरूरी है। इसके लिए जो वर्ग पीछे हैं, जो क्षेत्र पीछे हैं, हमें उनकी हैंड-होल्डिंग करनी ही होगी।
गांव में जो हमारी सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी 8 करोड़ से अधिक बहनें हैं, वो एक से बढ़कर एक प्रॉडक्ट्स बनाती हैं। इनके प्रॉडक्ट्स को देश में और विदेश में बड़ा बाजार मिले, इसके लिए अब सरकार ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म तैयार करेगी।
अब समय आ गया है कि हम अपने कृषि क्षेत्र में वैज्ञानिक अनुसंधान और सुझावों को लागू करें। हमें इसके सभी लाभों को प्राप्त करने की आवश्यकता है। यह न केवल राष्ट्र को खाद्य सुरक्षा प्रदान करेगा, बल्कि खाद्य उत्पादन में भी वृद्धि करेगा।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।