दिल्ली, भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से असम के तेजपुर विश्वविद्यालय के 18वें दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे है। इस कार्यक्रम में असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, असम के राज्यपाल जगदीश मुखी और केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' मौजूद हैं।
दीक्षांत समारोह में PM मोदी का संबोधन :
तेज़पुर विश्वविद्यालय के 18वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए PM मोदी ने कहा- आज 1200 से ज्यादा छात्रों के लिए जीवन भर याद रहने वाला क्षण है। आपके शिक्षक, आपके माता पिता के लिए भी आज का दिन बहुत अहम है। सबसे बड़ी बात आज से आपके करियर के साथ तेजपुर विश्वविद्यालय का नाम हमेशा के लिए जुड़ गया है। मुझे भरोसा है कि आपने तेजपुर यूनिवर्सिटी में जो सीखा वो देश की प्रगति को गति देगा, एक नई उंचाई देगा। पूर्वी भारत के लोगों, युवाओं पर, राष्ट्र निर्माण की क्षमताओं पर मेरा ही नहीं देश का भी अटूट विश्वास है।
PM मोदी ने आगे कहा कि, ''हमारा देश इस वर्ष अपनी आजादी के 75 वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। असम के असंख्य लोगों ने हमारे स्वतंत्रता संग्राम में योगदान दिया है। अब यह आपको नए भारत के लिए आत्मनिर्भर भारत के लिए जीकर दिखाना है।''
हमारी सरकार आज जिस तरह नार्थ ईस्ट के विकास में जुटी है, जिस तरह कनेक्टिविटी, शिक्षा और स्वास्थ्य हर सेक्टर में काम हो रहा है, उससे आपके लिए अनेक नई संभावनाएं बन रही हैं। इन संभावनाओं का पूरा लाभ उठाइये।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
आत्मनिर्भर भारत अभियान शब्दावली का अहम हिस्सा :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया- कोरोना के काल में आत्मनिर्भर भारत अभियान हमारी शब्दावली का अहम हिस्सा हो गया है। हमारे अंदर वो घुल मिल गया है। हमारा पुरुषार्थ, हमारे संकल्प, हमारी सिद्धि, हमारे प्रयास ये सब हम अपने ईर्द-गिर्द महसूस कर रहे हैं।
PM मोदी के संबोधन की प्रमुख बातें-
तेज़पुर विश्वद्यालय की एक पहचान अपने इनोवेशन सेंटर के लिए भी है। आपके ग्रास रूट इनोवेशन वोकल फाॅर लोकल को भी नई ताकत देते हैं। ये इनोवेशन स्थानीय समस्याओं को सुलझाने में काम आ रहे हैं जिससे विकास के नए द्वार खुल रहे हैं।
आपके जमीनी स्तर के इनोवेशन स्थानीय समस्याओं को सुलझाने में मदद कर रहे हैं और विकास के नए द्वार खोल रहे हैं।
तेजपुर विश्वविद्यालय का गान असम राज्य को गौरवान्वित करता है। भूपेन दा ने इस गान में भारत और उसकी संस्कृति को खूबसूरती से चित्रित किया है।
आपके रसायन विज्ञान से जुड़े विभाग ने पीने के पानी को साफ करने की तकनीक वाला उपकरण बनाया है जिससे असम और देश के दूसरे हिस्सों को लाभ हो रहा है।
कचरे को ऊर्जा में परिवर्तित करने का प्रभाव बड़े पैमाने पर भी है। फसलों के अवशेष हमारे किसानों और पर्यावरण दोनों के लिए एक बड़ी चुनौती रहे हैं। जैव-गैस और जैव उर्वरकों से संबंधित तकनीक पर जो काम आप कर रहे हैं, वह भारत की एक बड़ी समस्या को हल कर सकता है।'
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।