राज एक्सप्रेस। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में अपने राजकीय दौरे से भारत लौटे हैं। इस दौरान मिस्र में उन्हें अपने राजकीय दौरे के दूसरे दिन राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी ने मिस्र के सर्वोच्च सम्मान 'आर्डर ऑफ़ द नाइल' से सम्मानित किया है। यह सम्मान मिस्र या मानवता को अमूल्य सेवाएं प्रदान करने वाले राजकुमारों, राष्ट्राध्यक्षों या फिर उपराष्ट्रपतियों को दिया जाता है। इस सम्मान की शुरुआत मिस्र के द्वारा साल 1915 में की गई थी। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब किसी देश के द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सर्वोच्च राजकीय सम्मान दिया गया है। इससे पहले भी कई देश उन्हें इस सम्मान से सम्मानित कर चुके हैं। चलिए जानते हैं इनके बारे में विस्तार से।
साल 2016 के दौरान सऊदी अरब से मिला 'ऑर्डर ऑफ अब्दुलअजीज अल सऊद' सम्मान।
इसी साल में अफगानिस्तान के द्वारा दिया गया 'स्टेट ऑर्डर ऑफ गाजी अमीर अमानुल्ला खान' सम्मान।
साल 2018 में फिलिस्तीन से मिला 'ग्रांड कोलर ऑफ द स्टेट ऑफ फिलिस्तीन अवार्ड'।
साल 2019 में संयुक्त अरब अमीरात के द्वारा दिया गया सम्मान 'ऑर्डर ऑफ जायद अवार्ड'।
इसी साल रूस के द्वारा पीएम मोदी को 'ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू अवार्ड' से सम्मानित किया गया था।
साल 2019 में ही मालदीव के द्वारा उन्हें 'ऑर्डर ऑफ द डिस्टिंगिश रूल ऑफ निशान इज्जुद्दीन' से सम्मानित किया गया।
इसी साल बहरीन ने पीएम मोदी को 'किंग हमाद ऑर्डर ऑफ द रेनेसेंस' सम्मान दिया।
साल 2020 में अमेरिका ने 'लीजन ऑफ मेरिट' सम्मान से पीएम मोदी को सम्मानित किया।
साल 2021 में भूटान ने पीएम मोदी को 'ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्याल्प' सम्मान दिया गया।
साल 2023 में पलाऊ गणराज्य के द्वारा भी प्रधानमंत्री को 'एबाकल अवार्ड बाई द रिपब्लिक ऑफ पलाऊ' से सम्मानित किया गया है।
इसी साल में फिजी ने भी उन्हें 'कंपेनियन ऑफ द ऑर्डर फिजी' सम्मान दिया।
साल 2023 में पीएम मोदी को पापुआ न्यू गिनी की ओर से 'कंपेनियन ऑफ़ द ऑर्डर ऑफ़ लोगोहु' सम्मान दिया गया।
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