हाइलाइट्स :
28 फरवरी को मनाया जाता है 'राष्ट्रीय विज्ञान दिवस'
भारतीय सीवी वेंकट रमन ने की थी 'रमन प्रभाव' की खोज
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2020 में रखी 'वूमेन इन साइंस' की थीम
PM नरेंद्र मोदी ने वैज्ञानिकों को याद करते हुए दी शुभकामनाएं
राज एक्सप्रेस। विज्ञान द्वारा की गई खोजों से जमाना उच्च तकनीक पर जा रहा है आजकल लोग हर छोटे-मोटे काम के लिए मशीनों का प्रयोग करते हैं, विज्ञान ने जिस तरह से मानव जीवन आसान किया, उसके लिए वैज्ञानिकों द्वारा किये गए कार्यों की जितनी सराहना की जाये कम है, कल्पना को सच करने का नाम विज्ञान है। वैसे देश के विकास के लिए वैज्ञानिक सोच का प्रसार बेहद आवश्यक है। वहीं आज का दिन भी विशेष है, क्योंकि आज 28 फरवरी को 'राष्ट्रीय विज्ञान दिवस' (National Science Day) है।
क्यों मनाया जाता है विज्ञान दिवस ?
दरअसल, 28 फरवरी को दिन भारत के प्रसिद्ध वैज्ञानिक चंद्रशेखर वेंकट रमन ने 'रमन प्रभाव' (Raman Effect) की खोज की थी, जिसके चलते हर प्रत्येक वर्ष की इस तारीख को 'विज्ञान दिवस' के रूप में मनाते हैं। इस विशेष दिन पर देश भर में विज्ञान व नई खोजों को बढ़ावा देने और इसके महत्व को बताने के लिए कई तरह के कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है। इस दौरान सीवी रमन समेत देश के महान वैज्ञानिकों को भी याद किया जाता है।
क्या है विज्ञान दिवस मनाने का उद्देश्य :
भारत में 'राष्ट्रीय विज्ञान दिवस' पर विज्ञान के लाभों के बारे में समाज के लोगों में जागरूकता लाना और वैज्ञानिक सोच पैदा करने के उद्देश्य से ही हर साल 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तत्वावधान में मनाया जाता है और इस दिवस का यह मूल उद्देश्य भी है-
विद्यार्थियों को विज्ञान के क्षेत्र में नए प्रयोगों के लिए प्रेरित करना
विज्ञान के प्रति आकर्षित करना,
विज्ञान एवं वैज्ञानिक उपलब्धियों के प्रति सजग बनाना है।
विज्ञान दिवस 2020 पर क्या है थीम?
प्रत्येक वर्ष पर 'राष्ट्रीय विज्ञान दिवस' पर विज्ञान के प्रचार-प्रसार के लिए कुछ अलग थीम रखी जाती है एवं इस साल 2020 में 'राष्ट्रीय विज्ञान दिवस' की थीम है- वूमेन इन साइंस!
जाने कौन थे सीवी रमन :
सीवी रमन का जन्म ब्रिटिश भारत में तत्कालीन मद्रास प्रेसीडेंसी (तमिलनाडु) में 7 नवंबर, सन् 1888 को हुआ था। उनका पूरा नाम चंद्रशेखर वेंकट रमन है। इन्होंने अपनी पढ़ाई में भी मुख्य विषय भौतिकी (Physics) ही चुना था, क्योंकि उनका लगाव विज्ञान के प्रति अधिक था।
फिजिक्स से जुड़े कई विषयों पर गहन रिसर्च :
विज्ञान के प्रति लगाव के चलते सीवी रमन ने 1907-1933 के बीच कोलकाता में इंडियन एशोसिएशन फार कल्टीवेशन आफ साइंस में रिसर्च किया। इस दौरान फिजिक्स से संबंधित कई विषयों पर गहन रिसर्च की। वहीं, पारदर्शी पदार्थ से गुजरने पर प्रकाश की किरणों में आने वाले बदलाव पर उनके द्वारा की गई महत्वपूर्ण खोज को रमन प्रभाव (रमन इफेक्ट) के नाम से जाना गया और उनकी यह खोज 'रमन इफेक्ट' का उपयोग आज पूरी दुनिया में हो रहा है।
भौतिक शास्त्री सर सीवी रमन की यह कामयाबी सिर्फ भारतीयों के लिए नहीं, बल्कि दुनिया भर के लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। इन्होंने स्टील की स्पेक्ट्रम प्रकृति, स्टील डाइनेमिक्स के बुनियादी मुद्दे, हीरे की संरचना एवं गुणों और अनेक रंगदीप्त पदार्थो के प्रकाशीय आचरण पर भी रिसर्च किया।
PM मोदी ने दी वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं :
जब भी भारत में कोई खास दिन होता है, तो भारतवासी व वरिष्ठ नेता उन्हें याद कर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया देते हैं। वहीं आज 'राष्ट्रीय विज्ञान दिवस' के इस विशेष मौके पर वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं दे रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट में लिखा- ''विज्ञान आज के हमारे युवा में भी जिज्ञासा पैदा कर रही है, राष्ट्रीय विज्ञान दिवस हमारे वैज्ञानिकों की प्रतिभा और तप को सलाम करने का एक अवसर है। उनके अभिनव, उत्साह और अग्रणी शोध ने भारत और दुनिया को मदद की है। भारतीय विज्ञान का विकास जारी है और हमारे युवा दिमाग विज्ञान के प्रति और अधिक जिज्ञासा विकसित कर सकते हैं।"
टैंड हो रहा #NationalScienceDay :
इसके अलावा ट्वीटर पर भी #NationalScienceDay हैशटैग ट्रैंड होता नजर आ रहा है और ट्विटर यूजर्स इस हैशटैग के जरिये ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
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