राज एक्सप्रेस। हर साल 11 जनवरी को देश में National Human Trafficking Awareness Day यानि राष्ट्रीय मानव तस्करी जागरूकता दिवस मनाया जाता है। इस दिन लोगों को मानव तस्करी के बारे में जागरूक किया जाता है। साथ ही इस दिन मानव तस्करी की रोकथाम के लिए कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित भी किया जाता है। तो चलिए जानते हैं कि मानव तस्करी क्या है? और मानव तस्करी को लेकर भारत में क्या आंकड़े हैं?
मानव तस्करी क्या है?
दरअसल किसी व्यक्ति को बल प्रयोग कर, डराकर, धोखा देकर, हिंसा आदि के जरिए बंधक बनाकर रखना या उसे बेच देना मानव तस्करी के अंतर्गत आता है। ड्रग्स और हथियारों के बाद मानव तस्करी दुनिया का सबसे बड़ा संगठित अपराध है। सबसे ज्यादा मानव तस्करी महिलाओं की जिस्मफरोशी के लिए की जाती है। इसके अलावा भीख मंगवाने, होटलों, घरों, ढाबों और दुकानों में काम करने के लिए बच्चों की भी बड़े पैमाने पर तस्करी की जाती है।
भारत में तस्करी :
मानव तस्करी भारत में एक बड़ी समस्या है। मानव तस्करी के मामले में भारत दुनिया के शीर्ष देशों में शामिल है। भारत से पश्चिम एशिया, उत्तरी अमेरिका तथा यूरोपीय देशों में मानव तस्करी होती है। अगर आंकड़ों की बात करें तो नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (एनसीआरबी) के अनुसार साल 2021 में भारत में मानव तस्करी के 2189 मामले में सामने आए जो साल 2020 से अधिक है। साल 2020 में देश में मानव तस्करी के 1714 मामले सामने आए थे।
तेलंगाना सबसे आगे :
एनसीआरबी के अनुसार साल 2021 में देश में मानव तस्करी के सबसे अधिक मामले तेलंगाना से सामने आए हैं। यहां साल 2021 में 347 मामले दर्ज किए गए। तेलंगाना के बाद महाराष्ट्र का नंबर आता है, जहां 320 मामले सामने आए। 203 मामलों के साथ असम इस सूची में तीसरे स्थान पर है।
मानव तस्करी के कारण :
हमारे देश में मानव तस्करी के कई बड़े कारण हैं। इनमें से प्रमुख कारण गरीबी, अशिक्षा, बंधुआ मजदूरी, देह व्यापार, सामाजिक असमानता, क्षेत्रीय लैंगिक असंतुलन, चाइल्ड पोर्नोग्राफी है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस वाट्सऐप चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। वाट्सऐप पर Raj Express के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।