हैदराबाद। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दक्षिण राज्यों के पांच दिवसीय प्रवास के तहत सोमवार को यहां ‘राष्ट्रपति निलयम’ पहुंचेंगी। राष्ट्रपति कल एक विशेष विमान से नई दिल्ली से रवाना होगीं और यहां बेगमपेट हवाई अड्डे पर उतरने पर तेलंगाना के राज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सुंदरराजन और मुख्यमंत्री के. चन्द्रशेखर राव उनका स्वागत करेंगे। यहा उतरने के तुरन्त बाद वह राष्ट्रपति निलयम में विश्राम करेंगी और उसके कुछ देर बाद वह आन्ध्रप्रदेश के नांदयाल जिले में मंदिरों के शहर श्रीशैलम में चली जायेगी।
मंदिरों के शहर में दोपहर सवा बारह बजे पहुंचने के बाद, उनका स्वागत आंध्र प्रदेश के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन और मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी करेंगे। राष्ट्रपति भगवान मल्लिकार्जुन स्वामी और देवी ब्रम्हारामबिका के दर्शन करेंगीं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि श्रीमती मुर्मू बाद में तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक संवर्धन अभियान (प्रसाद) योजना के तहत शुरू की गई विकासात्मक परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगी। केंद्र सरकार ने धार्मिक पर्यटन अनुभव को समृद्ध करने के लिए भारत भर में तीर्थ स्थलों को विकसित करने और उनकी पहचान करने के लिए प्रसाद योजना शुरू की है। राष्ट्रपति मंदिरों के शहर में तीर्थयात्रियों को शुद्ध पेयजल, प्रकाश व्यवस्था और सड़कों को उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई 43 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगी। कार्यभार संभालने के बाद आंध्र प्रदेश का यह उनका दूसरा दौरा है।इससे पूर्व राष्ट्रपति ने ,जो सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर भी हैं, ने चार दिसंबर को विशाखापत्तनम में नौसेना दिवस समारोह में भाग लिया था।
श्रीशैलम मंदिर और इसके आसपास के इलाके सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है, क्योंकि यह शहर नल्लामाला जंगल के काफी अंदर स्थित है, जो माओवादियों का एक मजबूत गढ़ है। राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान सुरक्षा के लिए आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के लगभग 1,800 पुलिसकर्मियों को श्रीशैलम में प्रतिनियुक्त किया गया है।श्रीशैलम से हैदराबाद पहुंचने के बाद श्रीमती मुर्मू 26 दिसंबर की शाम सिकंदराबाद में राष्ट्रपति निलयम में युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगी और “वीर नारियों” का सम्मान करेंगी। वह मंगलवार को यहां सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में भारतीय पुलिस सेवा के 74वें नियमित भर्ती बैच के अधिकारी प्रशिक्षुओं और भूटान, नेपाल, मालदीव और मॉरीशस के विदेशी अधिकारियों से बातचीत करेंगे।
श्रीमती मुर्मू तेलंगाना में भद्राद्री कोठागुडेम जिले के भद्राचलम में श्री सीतारामचंद्र स्वामी मंदिर का दौरा करेंगी, जहां वह पर्यटन मंत्रालय की प्रसाद परियोजना का उद्घाटन करेंगी और 28 दिसंबर को रक्षा मंत्रालय के सार्वजनिक उपक्रम मिश्रा धातू निगम लिमिटेड (मिधानी) के वाइड प्लेट मिल प्लांट का उद्घाटन करेंगी। वह मुलुगु जिले में यूनेस्को विरासत स्थल, रामप्पा (रुद्रेश्वर) मंदिर भी जाएंगी और उसी दिन संस्कृति मंत्रालय की परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगी।
राष्ट्रपति गुरुवार को काना शांति वनम में श्री रामचंद्र मिशन द्वारा 25 जनवरी से तीन फरवरी, 2023 तक फतेहपुर के श्री रामचंद्रजी महाराज के 25 जनवरी से 3 फरवरी, 2023 तक मनाए जाने वाले हर दिल ध्यान, हर दिन ध्यान अभियान की पट्टिका के अनावरण में भाग लेगीं। वह 30 दिसंबर को दिल्ली के लिए रवाना होंगी। राष्ट्रपति के शहर के दौरे के मद्देनजर, हैदराबाद ट्रैफिक पुलिस ने सोमवार और मंगलवार को बोलाराम और सोमाजीगुडा के बीच यातायात प्रतिबंधों की घोषणा की है।
इस बीच, सिकंदराबाद छावनी क्षेत्र के बोलाराम में राष्ट्रपति निलयम को श्रीमती मुर्मू की मेजबानी के लिए सजाया गया है। वह राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार हैदराबाद आ रही है। उन्नीस सौ 50 के दशक से यह प्रथा रही है कि राष्ट्रपति और परिवार के सदस्य दिसंबर में दक्षिणी प्रवास के भाग के रूप में संक्षिप्त प्रवास के लिए हैदराबाद आते हैं। भारत को स्वतंत्रता मिलने के बाद राष्ट्रपति निलयम भवन हैदराबाद के निजाम से ले लिया गया और इसे राष्ट्रपति सचिवालय को सौंप दिया गया। अठारह सौ 60 के दौरान निर्मित, इस इमारत का कुल क्षेत्रफल 90 एकड़ है। एक मंजिला इमारत, इसके परिसर में 11 कमरे हैं। इसमें एक डाइनिंग हॉल, सिनेमा हॉल, दरबार हॉल, मॉर्निंग रूम, डाइनिंग रूम आदि भी है। राष्ट्रपति अपने प्रवास के दौरान राष्ट्रपति निलयम से आधिकारिक कामकाज का संचालन करते हैं।
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