हाइलाइट्स
Moody's ने बदली भारत के प्रति राय
भारतीय सॉवरेन रेटिंग घटा कर की BAA3
क्या मूडीज रिपोर्ट से बदलेगा कंपनियों का मूड?
राज एक्सप्रेस। मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने भारत की रेटिंग में बदलाव किया है। एजेंसी की नई रेटिंग के कारण चाइना से मोहभंग करने वाली कंपनियों का भारत आने का मूड भी प्रभावित हो सकता है।
घटा दी रेटिंग –
गौरतलब है कि मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने भारत की रेटिंग को घटाकर बीएए-तीन यानी BAA-3 कर दिया है। बाजार से जुड़े एक्सपर्ट्स की राय है कि नई रेटिंग के कारण चीन छोड़ कर भारत आने के बारे में सोच रहीं बहुराष्ट्रीय कंपनियों की राय इस रेटिंग के कारण बदल भी सकती है।
मूडीज की रिपोर्ट में भारतीय अर्थव्यवस्था के बारे में जो उल्लेख किया है उससे इंटरनेशनल लेवल की टॉप खिलाड़ी कंपनियों का भारत में आकर काम करने का निर्णय प्रभावित हो सकता है।
FDI में अवरोध -
मैनेजमेंट मास्टर और वित्तीय एवं समग्र विकास मामलों के एक्सपर्ट अर्थशास्त्री डॉक्टर विकास सिंह का मानना है कि मूडीज ने भारत की जिस सोवरन रेटिंग को कमतर आंका है। इसमें सिर्फ डाउनग्रेड ही मात्र उल्लेखनीय नहीं है बल्कि एजेंसी की रिपोर्ट में भारत के बारे में कुछ ऐसा उल्लेख है जिससे भारत में एफडीआई के प्रवाह में अड़चन पैदा हो सकती है। अर्थशास्त्री का मानना है कि मूडीज की नई रिपोर्ट से अब विदेशी निवेशक और कंपनियां भारत आने से पहले मंथन करेंगी।
चीन छोड़ने वाली कंपनियों की राय पर असर -
डॉ. सिंह के मुताबिक कोरोना संकट से उपजे हालात और अंतर राष्ट्रीय संबंधों के कारण कई बहुराष्ट्रीय कंपनियां चीन में स्थापित अपनी विनिर्माण इकाइयों को बंद कर भारत स्थानांतरित करना चाहती थीं। लेकिन मूडीज की जारी ताजा रिपोर्ट के कारण चीन में काम कर रहीं अंतर राष्ट्रीय स्तर की कंपनियों का रुझान प्रभावित भी हो सकता है। डॉ.सिंह का मानना है कि भारत में सुधार संबंधी मोर्चों पर विदेशी कंपनियां अपने पैर आगे बढ़ने से रोक भी सकती हैं।
आउटलुक में बदलाव -
मूडीज ने भारत के प्रति दृष्टिकोण को स्थिर से बदलकर निगेटिव किया है। मूडीज ने भारत की लोकल करंसी सीनियर अनसिक्योर्ड रेटिंग को BAA2 से घटाकर BAA3 कर दिया है। साथ ही छोटी मियाद वाली लोकल करंसी रेटिंग में भी बदलाव कर उसे घटाकर पी-2 से घटाकर पी-3 किया है। आपको ज्ञात हो कि; इससे पहले एसएंडपी और फिच रेटिंग्स ने भी भारत की रेटिंग के बारे में अपने अनुमान में बदलाव किया था। दोनों एजेंसियों ने रेटिंग घटाई थी।
अंतर्राष्ट्रीय क्रेडिट फर्म Moody's ने भारत की सॉवरेन रेटिंग (Sovereign Ratings) को घटा कर BAA3 किया है। ऐसे में चीन छोड़ने की इच्छुक इंटरनेशनल कंपनियों की भारत में मुकाम बनाने की राय बदल भी सकती है।
दरअसल सॉवरेन रेटिंग किसी देश या संप्रभु इकाई की साख का एक स्वतंत्र मूल्यांकन है। सॉवरेन रेटिंग निवेशकों को किसी भी राजनीतिक जोखिम सहित किसी विशेष देश के ऋण में निवेश से जुड़े जोखिम के स्तर की जानकारी देती है।
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डिस्क्लेमर – आर्टिकल एजेंसी फीड और प्रचलित रिपोर्ट्स पर आधारित है। इसमें शीर्षक-उप शीर्षक और संबंधित अतिरिक्त प्रचलित जानकारी जोड़ी गई हैं। इस आर्टिकल में प्रकाशित तथ्यों की जिम्मेदारी राज एक्सप्रेस की नहीं होगी।
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