पश्चिम बंगाल, भारत। देश के राज्यों में भले ही अब कोरोना के मामलों में गिरावट दर्ज की गई हो, लेकिन देश के अलग-अलग राज्यों में बाढ़, भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं का कहर अब भी जारी हैं। इन दिनों कई राज्य बुरी तरह प्राकृतिक आपदा का शिकार हुए हैं। इन राज्यों में पश्चिम बंगाल का नाम भी शामिल हैं। वहीं, बुधवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की इस दौरान उन्होंने प्राकृतिक आपदाओं पर मुआवजे और सीमा सुरक्षा बल के राज्य में दखल का मुद्दा उठाया।
ममता बनर्जी ने उठाये कई मुद्दे :
दरअसल, बुधवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। ये मुलाकात लगभग 30 मिनट की थी। इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों को लेकर राज्य के लिए कई मांगे उठाईं। ममता बनर्जी सोमवार को दिल्ली पहुंची थी, हालांकि उनकी PM मोदी से बुधवार को मुलाकात हुई। इन मांगों के तहत ममता बनर्जी ने राज्य में आयी प्राकृतिक आपदाओं पर मुआवजे और सीमा सुरक्षा बल (BSF) के राज्य में दखल का मुद्दा उठाया। बनर्जी ने प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद संवाददाताओं को बताया कि, राज्य के लिए
"सीमा सुरक्षा बल को ज्यादा ताकत मिलेगी, तो इससे राज्य में कानून-व्यवस्था पर असर पड़ेगा। ऐसे में ये ध्यान रखना चाहिए कि कानून व्यवस्था राज्य का विषय होता है। पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में हमने देखा कि कैसे सीमा सुरक्षा बल ने अंधाधुंध गोलियां चलाईं। सीमा सुरक्षा बल से से जुड़ी ऐसी ही कई घटनाएं, उत्तर दिनाजपुर और राज्य के सीमावर्ती इलाकों में हुई हैं, इसलिए मैंने श्री मोदी से निवेदन किया है कि वह इस मुद्दे के बारे में चर्चा करें और ये सुनिश्चित करें कि राज्य के संघीय ढांचे की भावना को किसी तरह की ठेस न पहुंचे।"ममता बनर्जी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री
ममता बनर्जी का कहना :
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जानकारी देते हुए कहा, "सीमा सुरक्षा बल हमारे दुश्मन नहीं हैं। मैं सभी एजेंसियों की इज्जत करती हूं, लेकिन कानून-व्यवस्था जो राज्य का विषय है, इससे उसमें टकराव होता है। राजनीतिक तौर पर आपके साथ हमारे जो भी मतभेद हैं, वे रहेंगे क्योंकि आपकी और हमारी पार्टी की विचारधारा अलग है, लेकिन ऐसा न हो कि केंद्र और राज्य के रिश्तों पर कोई असर पड़े। राज्य का विकास होने से केंद्र का विकास होता है।" मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बताया कि, उन्हें अब तक राज्य के लिए मुआवजे के 96,605 करोड़ रुपए नहीं मिले हैं, जो कि केंद्र सरकार को राज्य में आयी प्राकृतिक आपदा के मुआवजे के तौर पर देना था।
त्रिपुरा में हुई राजनीतिक हिंसा का मुद्दा भी उठाया :
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री के साथ बैठक के दौरान त्रिपुरा में हुई राजनीतिक हिंसा का मुद्दा भी उठाते हुए कहा "मैंने श्री मोदी के सामने त्रिपुरा हिंसा को लेकर भी बात की, ये भी बताया कि कैसे हमारी कार्यकर्ता शायनी घोष को निशाना बनाया गया। उन्हें गिरफ्तार किया गया। प्रधानमंत्री से त्रिपुरा हिंसा के मामले में संज्ञान लेने का आग्रह किया।" बताते चलें, इसके अलावा उन्होंने पश्चिम बंगाल की जरूरत के मुताबिक कोरोना की वैक्सीन की मांग की है। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पश्चिम बंगाल में होने जा रहे 'बंगाल ग्लोबल बिजनेस मीट' के लिए आमंत्रित किया।
आगे के प्रोग्राम की जानकारी :
ममता बनर्जी ने ये भी बताया कि, 'अब उनका दिल्ली में रुकने अब कोई प्रोगाम नहीं है और वह बुधवार को लौट जाएंगी। इसके अलावा आगे के प्रोग्राम की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि, 30 नवम्बर को वह मुंबई में रहेंगी। जहां उन्हें 1 दिसंबर को बिजनेस इवेंट में शामिल होना है।'
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