Maharshtra and Gujarat Day : हर साल 1 मई को देशभर में महाराष्ट्र दिवस (Maharashtra Day) के तौर पर धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन को मनाने की शुरुआत साल 1960 से की गई थी। इस दौरान बॉम्बे से महाराष्ट्र और गुजरात को भाषा के आधार पर अलग-थलग कर दिया गया था। गौरतलब है कि इस समय तक ये दोनों राज्य बॉम्बे का हिस्सा हुआ करते थे। जहाँ मराठी भाषी लोगों के लिए महाराष्ट्र की स्थापना की गई थी, तो वहीं गुजराती और कच्छी भाषी लोगों के लिए गुजरात की स्थापना (Gujarat Foundation Day) की गई। तब से लेकर आज तक इस दिन को हर साल हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। चलिए जानते हैं इस दिन से जुड़ी खास बातें।
क्यों बनाए गए अलग राज्य?
बता दें की राज्यों का पुर्नगठन किए जाने के दौरान कई राज्यों की स्थापना की गई थी। अलग-अलग भाषा बोलने वाले लोगों के लिए अलग राज्यों का गठन किया गया। जैसे कन्नड़ भाषी लोगों के लिए कर्नाटक की स्थापना की गई, तो वहीं मलयालम बोलने वाले लोगों के लिए केरल और तेलुगु भाषी लोगों के लिए आंध्र प्रदेश बनाया गया। इसी तरह तमिल भाषी लोगों के हिस्से में तमिलनाडु आया। लेकिन इस दौरान मराठी और गुजराती भाषा बोलने वालों के लिए अलग राज्य नहीं बना। जिसके बाद अलग राज्य के लिए आन्दोलन किए गए और 1 मई 1960 को दो राज्य महाराष्ट्र और गुजरात की स्थापना की गई।
कैसे मनाते हैं यह खास दिन?
आज के दिन को धूमधाम से मनाने के लिए राज्य सरकार के द्वारा पूरे राज्य में कई खास कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। आज के दिन महाराष्ट्र सरकार एक खास परेड का आयोजन करती है और राज्य के गौरव को दर्शाती है। दोनों राज्यों में इस दिन की रौनक देखते ही बनती है।
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